Haryana News: हरियाणा में कांग्रेस को जोरदार झटका लगा है. हरियाणा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता किरण चौधरी के साथ ही उनकी बेटी और पूर्व सांसद श्रुति चौधरी ने मंगलवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. इस पर सिरसा से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा है कि श्रुति चौधरी के इंसाफ तो नहीं हुआ है. हम भिवानी और गुरुग्राम हार गए. गुरुग्राम में कैप्टन अजय यादव चुनाव लड़ लेते तो वो चुनाव जीत जाते. भिवानी से श्रुति चौधरी चुनाव लड़ती तो जीत जातीं.


वहीं भूपेंद्र सिंह हुड्डा खेमे से किरण चौधरी के खफा होने के सवाल पर कुमारी सैलजा ने कहा कि उनका खफा होना स्वाभाविक है. उनके पूरे परिवार को योगदान रहा है. श्रुति चौधरी पहले भी भिवानी से सांसद रही हैं. इस बार अगर श्रुति को टिकट मिलता तो वो जीत दर्ज करतीं. उन्होंने कहा कि इस बात को पार्टी प्लेटफॉर्म पर रखेंगे. कुमारी सैलजा ने आगे कहा कि इस बात का दुख है कि हम हरियाणा में 10 की 10 सीटों पर जीत दर्ज करने जा रहे थे, लेकिन पांच सीटों पर ही सिमट गए.


बीजेपी में शामिल हो सकती हैं किरण चौधरी और श्रुति चौधरी


बता दें कि किरण चौधरी और श्रुति चौधरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए इस्तीफे देने की जानकारी दी. इसके साथ ही किरण चौधरी और श्रुति चौधरी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भी अपना त्यागपत्र भेज दिया है. माना जा रहा है कि दोनों ही बुधवार को बीजेपी का दामन थाम सकती हैं. किरण चौधरी वर्तमान में हरियाणा की तोशाम सीट से विधायक हैं. श्रुति चौधरी हरियाणा कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष थीं.


किरण चौधरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपना त्यागपत्र शेयर करते हुए लिखा, ''मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है. हरियाणा के जनक चौ. बंसीलाल जी के संस्कारों और विचारधारा को हरियाणा में प्रसारित करना, क्षेत्र और प्रदेश का ईमानदारी से विकास करना मेरी हमेशा प्राथमिकता रहेगी.''