Surya Grahan 2023: इस साल का पहला सूर्य ग्रहण लग चुका है. 20 अप्रैल यानी आज सुबह 7 बजकर 4 मिनट से इसकी शुरुआज हो चुकी है जो दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक चलने वाला है. इस ग्रहण की अवधि 5 घंटे 24 मिनट रहने वाली है. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस साल चार सूर्य ग्रहण लगने वाले है. लेकिन इनमें से सिर्फ एक ग्रहण भारत में दिखाई देने वाला है. ये चंद्र ग्रहण होगा जो अक्टूबर में लगने वाला है.


कुरुक्षेत्र ग्रहण का सबसे बड़ा तीर्थ


हरियाणा में सूर्य ग्रहण का सबसे बड़ा तीर्थ कुरुक्षेत्र है. वहीं चंद्र ग्रहण का सबसे बड़ा तीर्थ काशी में है. कुरुक्षेत्र में इसका ज्यादा प्रभाव देखा जाता है. कुरुक्षेत्र के कुंड में डुबकी लगाने से उतना ही पुण्य मिलता है जितना कि अश्वमेघ यज्ञ करने से मिलता है. शास्त्रों के अनुसार कुरूक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर में सूर्य ग्रहण के समय सभी देवी-देवता स्नान करने के लिए आते है. इसलिए माना जाता है कि इस ब्रह्मसरोवर में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. शास्त्रों के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण द्वापर युग में सूर्य ग्रहण के दौरान राधा जी के साथ कुरुक्षेत्र आए थे. ब्रज के गोपियां भी यहां स्नान के लिए पहुंची थी. इसके साथ ही यहां काशी, कौशल, वत्स, अंग, पांचाल देशों के राजा-महाराज भी बड़ी संख्या में पहुंचे थे. भगवान श्रीकृष्ण की यहां गोपियों से भेट होने के बाद वो उन्हें अपने रथ में बैठाकर मथुरा लेकर गए थे.


सूर्य ग्रहण के इन कामों से करें परहेज


भले ही आज लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं दे रहा है, लेकिन फिर भी इससे सचेत रहने की आवश्यकता है. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, सूर्य ग्रहण के पूरे समय के दौरान भोजन नहीं करना चाहिए. गर्भवती महिलाओं को इसका खास ध्यान रखना चाहिए. उन्हें नारियल या कोई और श्रीफल गोद में लेकर बैठना चाहिए. फिर उसे ग्रहण के बाद जल में बहा देना चाहिए. इससे उनके गर्भ पर कोई असर नहीं होता है. वहीं भारत में इस ग्रहण के दिखाई ना देने से इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा. सूर्य ग्रहण के भारत में ना दिखाई देने से किसी प्रकार से डरने की जरूरत भी नहीं है. 


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