Amarpreet Amri Death: पंजाब के मोगा कस्बे निहाल सिंह वाला के गांव पत्तो हीरा सिहं के रहने वाले अंतराष्ट्रीय कबड्डी (Kabaddi) खिलाड़ी अमरप्रीत अमरी (Amarpreet Amri) का 17 जनवरी को कनाडा में निधन हो गया था. अमरप्रीत को अपनी पत्नी के साथ कनाडा गए अभी एक महीना ही हुआ था. संसाधनों की कमी की वजह से अमरप्रीत अमरी के शव को भारत नहीं लाया जा सका जिसकी वजह से अमरप्रीत के बुजुर्ग-माता पिता अपने बेटे को आखिरी बार देखने के लिए तरस रहे हैं. जानकारी के मुताबिक 26 फरवरी को कनाडा में अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा. ऐसे में उन्होंने भारत सरकार से अपने बेटे के अंतिम दर्शन करवाने की गुहार लगाई है.


'बेटे को विदेश भेजने के लिए जमीन तक बेच दी'



अमरप्रीत के माता-पिता ने नम आंखों के साथ कहा कि  उनके पास अपने बेटे के दाह संस्कार में शामिल होने या शव को भारत लाने के लिए वित्तीय संसाधन नहीं है. अमरप्रीत के पिता बलदेव सिंह और मां राजिंदर कौर ने आंसू बहाते हुए कहा कि उन्होंने अपने बेटे के उज्जवल भविष्य के लिए विदेश भेजने के लिए लाखों रुपये का निवेश किया था, बेटे के विदेश भेजने के लिए उन्हें अपनी जमीन तक बेचनी पड़ी.


'बेटे के शव को भारत लाने के लिए पैसे नहीं'


उन्होंने कहा कि अमरी की शादी के बाद उसकी पत्नी भी उसी के पास कनाडा चली गयी. उन्होंने कहा कि अमरी एक महीने पहले की कनाडा पहुंचा था, जहां दिल का दौरा पड़ने से उसका निधन हो गया. बुजुर्ग माता-पिता ने कहा कि आखिरी बार अपने बेटे का चेहरा देखने के लिए उन्हें कनाडा जाना होगा, लेकिन इसके लिए उनके पास पैसे नहीं है और न ही वे अपने बेटे के शव को वहां से भारत ला सकते हैं.


उल्लेखनीय है कि अमरप्रीत अमरी  ने अपने करियर की शुरुआत 35 किलो वेट कबड्डी से की थी और वहां से उन्होंने कबड्डी ओपेन तक का सफर तय किया था. वह आजाद अकादमी घाल कलां के लिए भी खेले और एक बार विदेश में भी खेलने गए.


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