Lawrence Bishnoi History: सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाले जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके कनाडा स्थित सहयोगी सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बरार का पुलिस ने एक डेटाबेस तैयार किया है. पुलिस द्वारा तैयार किए गए आपराधिक मामलों के डोजियर के अनुसार, लॉरेंस बिश्नोई पिछले 12 सालों में 36 वारदातों को अंजाम दिया है. जबकि पुलिस के आंकड़े के मुताबिक पिछले 18 महीनों में गोल्डी बराड़ आठ मामलों में आरोपी है.
2010 में अपराध की दुनिया में कदम रखा
पुलिस डेटाबेस के अनुसार, लॉरेंस बिश्नोई ने अप्रैल 2010 में अपराध की दुनिया में कदम रखा था. सबसे पहले लॉरेंस बिश्नोई को चंडीगढ़ और मोहाली पुलिस ने हत्या के प्रयास, हथियार रखने और चोट पहुंचाने के लिए तीन आपराधिक मामलों में मामला दर्ज किया था. जबकि चंडीगढ़ पुलिस द्वारा अप्रैल 2010 में दर्ज दो मामलों में उसे बरी कर दिया गया था, वहीं बिश्नोई अक्टूबर 2010 में मोहाली पुलिस द्वारा दर्ज तीसरे मामले में दोषी ठहराया गया था.
36 आपराधिक मामलों में से 21 विचाराधीन
बता दें कि पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में उसके खिलाफ 36 आपराधिक मामलों में से 21 विचाराधीन हैं, जबकि वह नौ में बरी हो चुका है और छह मामलों में दोषी ठहराया गया है. पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, पंजाब में, लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ 17 आपराधिक मामले थे, जिसमें उनके गृह जिले फाजिल्का में छह, मोहाली में सात, फरीदकोट में दो और अमृतसर और मुक्तसर में एक-एक मामला शामिल है. जबकि उसके खिलाफ चंडीगढ़ में सात, राजस्थान में छह, दिल्ली में चार और हरियाणा में दो आपराधिक मामले दर्ज हैं.
पंजाब के पड़ोसी राज्यों में कुख्यात गैंगस्टर
इसके साथ हाल ही में, लॉरेंस बिश्नोई पर जयपुर पुलिस ने 10 सितंबर, 2021 को जबरन वसूली और धमकी देने का मामला दर्ज किया था. रिकॉर्डस् में बिश्नोई को 'दत्तरवाली, फाजिल्का निवासी' बताते हुए, पंजाब और पड़ोसी राज्यों में सक्रिय रहने वाले एक कुख्यात गैंगस्टर के रूप में प्रोफाइल किया गया है. वह हत्या, कॉन्ट्रैक्ट किलिंग, डकैती, रंगदारी और स्नैचिंग के मामलों में शामिल है.
लॉरेंस साथी जेलों में बंद
लॉरेंस बिश्नोई पंजाब विश्वविद्यालय के छात्र संगठन (SOPU) का पूर्व अध्यक्ष है. वहीं पुलिस के मुताबिक उसके मुख्य सहयोगी गोल्डी बरार (कनाडा में), संपत नेहरा (तिहाड़ जेल में बंद), दीपक टीनू (जेल में बंद), राजू बसोदी (जेल में बंद), काली राजपूत, काला जठेरी (तिहाड़ जेल) हैं.