Punjab News: पंजाब की पटियाला सीट से कांग्रेस सांसद धर्मवीर गांधी ने आज लोकसभा में पर्ल ग्रुप के मामले को उठाया. उन्होंने कहा कि जस्टिस लोधा कमेटी ने जो पर्ल ग्रुप की 50 हजार करोड़ की प्रॉपर्टी कुर्क की थी. उसके पैसे लोगों को वापस क्यों नहीं किए गए. जिसपर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तरफ से कहा गया कि हम लोगों को पैसे देने के लिए तैयार है कोई पैसा लेने के लिए आ नहीं रहा है.
‘जो पैसा हमारे पास अभी उसको लेने वाले ही पहले आ जाए’
पर्ल कंपनी की 50 हजार करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी कुर्क करके निवेशकों के पैसे वापस करने को लेकर जब सवाल खड़े हुए तो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि 1017 करोड़ पर्ल एग्रो से रिकवर किए गए है. उन्होंने बताया लिटिगेशन के कारण कई प्रॉपर्टी का ऑक्शन भी नहीं किया जा सकता.
वित्त मंत्री ने वैली का उदाहरण देते हुए कहा कि पेपर होने के आधार पर हम ऑक्शन नहीं कर सकते. जो प्रोपर्टी का ऑक्शन करके देना होगा वो निश्चित रूप से हम प्रॉपर्टी का ऑक्शन करके देंगे. जो पैसा हमारे पास अभी उसको लेने वाले ही पहले आ जाए.
वित्त मंत्री ने सहारा निवेशकों की बकाया राशि पर भी दिया जवाब
दरअसल, सहारा निवेशकों की बकाया राशि को लेकर केंद्र सरकार लगातार सवालों के घेरे में रही है. जिसपर आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जानकारी देते हुए कहा कि सहारा का पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हैं. वे सहारा हाउसिंग और सहारा इंडिया कॉरपोरेशन, सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉरपोरेशन लिमिटेड में निवेशकों की संख्या 3.7 करोड़ है. सहारा घोटाले के बाद लोगों के मन यहीं सवाल है कि आखिर उनका पैसा कब मिलेगा. इस वित्त मंत्री ने कहा कि तीन बार सार्वजनिक अपील की गई है कि लोग आकर दावा करें जो कागजात दिखाएंगे उन्हें पैसा दिया जाएगा.
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