Haryana: विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (I.N.D.I.A Alliance) में सीट बंटवारे को लेकर जारी घमासान के बीच कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) का बयान आया है. उन्होंने कहा कि यह देखना होगा कि हरियाणा में कौन सी पार्टी क्या और किस आधार पर दावा करती है. हुड्डा ने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) से पहले सीट बंटवारे को लेकर कहा कि देखते हैं कि कौन क्या दावा करता है, उस दावे का आधार क्या है, उसके मापदंड क्या हैं, इसके लिए हम बैठेंगे और फैसला करेंगे, नहीं तो हम सभी 10 (लोकसभा) सीटों पर दावा करेंगे.


भूपेंद्र सिंह हुड्डा से जब पूछा गया कि क्या इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) भी विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा हो सकता है. इस पर हुड्डा ने कहा, "यह अभी तक गठबंधन का हिस्सा नहीं है और यह उन्हें (गठबंधन के वरिष्ठ नेताओं) को तय करना है." उन्होंने कहा मुझे किसी से कोई आपत्ति नहीं है. ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों की मंगलवार की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सीट-बंटवारे की बातचीत राज्य स्तर पर होगी और यदि कोई मुद्दा उठता है, तो गठबंधन नेतृत्व उसका समाधान करेगा.


'आम आदमी पार्टी का हरियाणा में कोई आधार नहीं'


हुड्डा ने सितंबर में कहा था कि उनकी पार्टी लोकसभा और विधानसभा दोनों चुनाव अपने दम पर जीतने में सक्षम है. उन्होंने यह भी कहा था कि कांग्रेस अगले साल के आम चुनाव में हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने तब यह भी दावा किया था कि आम आदमी पार्टी का राज्य में कोई आधार नहीं है, इसलिए सीट बंटवारे की कवायद में उसकी कोई हिस्सेदारी नहीं है.


PM चेहरे के लिए खरगे के नाम के प्रस्ताव पर भी बोले हुड्डा


वहीं गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के चेहरे के रूप में मल्लिकार्जुन खरगे के नाम के प्रस्ताव पर, हुड्डा ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के इस दावे को दोहराया कि पहले जीतना महत्वपूर्ण है और नेतृत्व का मुद्दा बाद में 'लोकतांत्रिक तरीके से' तय किया जा सकता है. 


कांग्रेस करेगी देशव्यापी विरोध प्रदर्शन


इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख उदय भान भी हुड्डा के साथ मौजूद थे, जब वह पत्रकारों से बात कर रहे थे. भान ने कहा कि पार्टी ने सोमवार को ऑनलाइन चंदा एकत्र करने के लिए ‘डोनेट फॉर देश’ नाम से एक अभियान शुरू किया था और इसके तहत राज्य इकाई को दान में 1.5 करोड़ रुपये मिले हैं. भान ने कहा कि संसद से 141 सांसदों के निलंबन के खिलाफ ‘इंडिया’ गठबंधन शुक्रवार को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करेगा. उन्होंने कहा कि यह पहला मामला है जब इतने लोगों को निलंबित किया गया है. 


‘बीजेपी सरकार के कार्यकाल में बढ़ी बेरोजगारी’


हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार के शासन के दौरान बेरोजगारी दर बढ़ी है, लेकिन सरकार इससे निपटने के लिए ठोस कदम उठाने में विफल रही है. राज्य विधानसभा के मंगलवार को समाप्त हुए शीतकालीन सत्र पर, हुड्डा ने आरोप लगाया कि सरकार ने विपक्ष द्वारा उठाए गए अलग-अलग मुद्दों पर संतोषजनक जवाब नहीं दिया. उन्होंने मीडिया से कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय में, 2012 में बेरोजगारी दर 4.3 प्रतिशत थी, 2014 में 2.9 प्रतिशत और बीजेपी सरकार के सत्ता में आने के बाद (अक्टूबर 2014 में) यह बढ़ना शुरू हो गई. यह 2015-16 में 3.3 प्रतिशत थी, 2016-17 में 5.2 प्रतिशत, 2017-18 में 8.4 प्रतिशत और 2018-19 में 9.3 प्रतिशत थी.


सरकारी विभागों में 2 लाख पद खाली- हुड्डा


भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, “संसद में (कांग्रेस के राज्यसभा सांसद) दीपेंद्र सिंह हुड्डा (जुलाई में) की ओर से पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में, केंद्रीय श्रम और रोजगार राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने कहा था कि 2021-22 में हरियाणा में बेरोजगारी दर 9.0 प्रतिशत थी. बेरोजगारी के मुद्दे पर अक्सर विपक्ष के निशाने पर रहने वाले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को विधानसभा में कहा था कि आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई-सितंबर के दौरान हरियाणा में बेरोजगारी दर 5.2 प्रतिशत थी, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर आंकड़ा 6.6 फीसदी था. राज्य में विपक्ष के नेता हुड्डा ने यह भी दावा किया कि हरियाणा में विभिन्न सरकारी विभागों में दो लाख से अधिक पद खाली हैं. 


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