Punjab: कांग्रेस (Congress) ने आगामी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के मद्देनजर मंगलवार को पंजाब और उत्तराखंड (Uttarakhand) के लिए प्रदेश चुनाव समितियों का गठन किया. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal) की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने इन समितियों के गठन को स्वीकृति प्रदान कर दी. 


पंजाब में कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग (Amrinder Singh Raja Warring) की अगुवाई में चुनाव समिति का गठन किया गया है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग की अगुवाई में गठित प्रदेश चुनाव समिति में पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi), वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी, प्रताप सिंह बाजवा, नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) मनीष तिवारी, और कई अन्य वरिष्ठ नेताओं को जगह दी गई है. कमेटी में सबसे चौंकाने करने वाला नाम पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का है. 


क्यों मिली नवजोत सिंह सिद्धू को जगह?


ऐसा इसलिए क्योंकि पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजा वडिंग और प्रताप सिंह बाजवा समेत पंजाब कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने उनके खिलाफ विरोध का बिगुल बजा रखा था, लेकिन फिर भी नवजोत सिंह सिद्धू के तेवर नरम नहीं पड़े. वहीं अब कांग्रेस आलाकमान ने नवजोत सिंह सिद्धू का कद में और भी बढ़ोतरी की है. आलाकमान ने सिद्धू को चुनाव समिति में जगह देकर आगामी लोकसभा चुनाव में उन्हें अहम जिम्मेदारी दे दी है. कहा ये भी जा रहा है कि पंजाब कांग्रेस में जो अतंर्कलह चल रही है, कांग्रेस आलाकमान उसे भी खत्म करना चाहता है. इस कारण से भी नवजोत सिंह सिद्धू को चुनाव समीति में उनके विरोधियों के साथ रखा गया है, ताकि बातचीत शुरू हो सके और आपसी विवाद खत्म हो जाए. 


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