Punjab News: पंजाब की सियासी डगर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए आसान नहीं होने वाली है. क्योंकि इस बार बीजेपी शिरोमणि अकाली दल (SAD) से अलग होकर अकेले चुनाव लड़ने वाली है. लेकिन इससे पहले पिछले कुछ वर्षों में केंद्रीय बीजेपी सरकार ने सिखों को लुभाने के लिए कई प्रस्ताव बनाए हैं. बीजेपी ने पंजाब के किले को भेदने के लिए बड़े दांव चले हैं. इन दांवों का फायदा बीजेपी को इस चुनाव में मिल पाएगा या नहीं? ये एक बड़ा सवाल है.


35 साल पुरानी ब्लैकलिस्ट को हटाया


साल 2019 में सितंबर माह में केंद्र सरकार ने 312 सिख विदेशी नागरिकों को 35 साल पुरानी ब्लैकलिस्ट से हटाने का फैसला किया. इसमें से कई लोग तो 1980 से ही इस सूची में शामिल थे. उस समय पंजाब में उग्रवाद चरम पर था.


करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन


9 नंवबर 2019 को पीएम मोदी ने करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन किया. जो पंजाब स्थित डेरा बाबा नानक को करतारपुर स्थित दरबार साहेब से जोड़ता है. इसका उद्देश्य सिख तीर्थयात्रियों को करतारपुर साहिब की यात्रा की सुविधा देना है. 


करतारपुर कॉरिडोर और काली सूची में कटौती


करतारपुर कॉरिडोर और काली सूची में कटौती दोनों ही सिखों की लंबे समय से मांग रही थी. बीजेपी की तरफ से 1984 के सिख विरोधी दंगों की जांच फिर से शुरू करने का श्रेय भी लिया गया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कई बार दावा किया है कि पीएम मोदी ने ही 2015 में एसआईटी का गठन किया था. 


स्वर्ण मंदिर को विदेशी योगदान


केंद्रीय गृह मंत्रालय स्वर्ण मंदिर को सितंबर 2020 में विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम पंजीकरण प्रदान किया. इसके जरिए स्वर्ण मंदिर को विदेशी दान प्राप्त करने की अनुमति दी गई. 


वीर बाल दिवस मनाने की घोषणा


जनवरी 2022 में पीएम मोदी ने प्रत्येक वर्ष 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की. गुरु गोबिंद सिंह के दो बेटों की शहादत की स्‍मृति में 'वीर बाल दिवस' के रूप में मनाया जाएगा. 


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