Haryana News: हरियाणा कांग्रेस में लंबे समय बाद मंगलवार को एक नजारा देखने को मिला. कांग्रेस का SRK ग्रुप एक मंच पर दिखाई दिया. SRK मतलब S से मतलब शैलजा, R से मतलब- रणदीप सुरजेवाला और K से मतलब किरण चौधरी. यहीं नहीं, ये तीनों एक गाड़ी में सवार होकर ही चंडीगढ़ पहुंचे जिसे सुरजेवाला खुद ड्राइव कर रहे थे. फिर तीनों ने एक साथ बैठकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बीजेपी-जेजेपी गठबंधन की सरकार को जमकर घेरा. उन्होंने कहा कि सरकारी की युवा विरोधी नीतियों की वजह से युवाओं को रोजगार नहीं मिल पा रहा. जिसकी वजह से उनकी शादियां तक नहीं हो रही है.


'हम सब एक है...'


रणदीप सुरजेवाला, कुमारी शैलजा औऱ किरण चौधरी तीनों को एक मंच पर देखकर ऐसा लग रहा था कि तीनों ने शक्ति प्रदर्शन की शुरुआत की हो. सुरजेवाला ने इस ओर इशारा भी किया कि हम सब एक है. फिलहाल तीनों ने एक मंच पर आकर पार्टी हाईकमान और सूबे की जनता को नया संदेश देने की कोशिश की है. तीनों ने एक दूसरे की तारीफ के कसीदे पढ़े. वहीं एक सवाल के जवाब में शैलजा हुड्डा पर निशाना साधती नजर आई कि चुनाव से पहले पार्टी मैनिफेस्टो बनाती है, जिसमें घोषणाएं की जाती है और कमेटी बनेगी तो नेताओं के सुझाव लिए जाएंगे. 


क्या है इसके मायने 


रणदीप सुरजेवाला, कुमारी शैलजा औऱ किरण चौधरी तीनों के एक मंच पर आने से पार्टी हाईकमान के पास बड़ा मैसेज जाएगा. क्योंकि तीनों की गांधी परिवार से अच्छी मित्रता है. वो राज्य स्तर पर ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी के लिए सजगता से काम करते है. दूसरा जल्द ही संगठन की घोषणा होने वाली है तो वो एकजुटता से अपने समर्थकों को एडजस्ट कर पाएंगे. अपने पसंद के लोगों को जिलाध्यक्ष या राज्य कार्यकारिणी में जगह दिलवा पाएंगे.  SRK के एक मंच पर आने को लेकर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया का कहना है कि सभी नेता आगे भी एक मंच पर नजर आएंगे. सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ 2-3 महीने में पूरी लड़ाई लड़ी जाएगी और वो खुद भी हरियाणा में अपने दौरे बढ़ाने वाले है.  


कॉमन एक्सप्लोइटेशन टेस्ट


कांग्रेस नेताओं सीईटी को कॉमन एक्सप्लोइटेशन टेस्ट बताया उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने या तो भर्तियां निकाली नहीं, निकाली तो रद्द कर दिया, या फिर कोर्ट में मामले चल रहे है. युवाओं को नौकरी नहीं दी जा रही है. पक्की तो क्या सरकार कच्ची नौकरी भी नहीं दे पा रही है. हरियाणा सरकार कॉन्स्टेबल की भर्ती नहीं कर पा रही है. युवाओं से भर्ती के नाम पर पैसा लेकर करोड़ों रुपया इकट्ठा कर लिया गया लेकिन नौकरी नहीं दी गई. 


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