Chandigarh News: पंजाब का वित्त मंत्री रहते मनप्रीत सिंह बादल द्वारा एक संपत्ति की खरीद में कथित अनियमितताओं को लेकर उनकी तलाश कर रहे पंजाब सतर्कता ब्यूरो को कथित तौर पर एक घर की तलाशी लेने की अनुमति नहीं दी गई. सूत्रों ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी. ब्यूरो के अधिकारियों ने बताया कि कि यह आवास मनप्रीत बादल के एक रिश्तेदार का है. मनप्रीत इस साल जनवरी में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे.
बादल की तलाश में कई राज्यों में छापेमारी
घर के मालिक के प्रतिनिधित्व का दावा करने वाले एक अधिवक्ता ने टीम को पहले तलाशी वारंट लाने के लिए कहा. अधिवक्ता ने हालांकि, घर का नाम बताने से इनकार कर दिया. उन्होंने बताया कि चंडीगढ़ पुलिसकर्मियों के साथ जा रही पंजाब सतर्कता ब्यूरो की टीम के पास केवल मनप्रीत के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट था, जो कुछ दिन पहले बठिंडा की एक अदालत ने जारी किया था. सतर्कता ब्यूरो विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर रहा है, लेकिन बादल अब भी फरार हैं. यह छापेमारी पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और राजस्थान में की गई है.
जमानत याचिका खारिज
पंजाब के बठिंडा की एक अदालत ने बुधवार को मनप्रीत की जमानत याचिका खारिज कर दी. उन पर बठिंडा में एक संपत्ति की खरीद में कथित अनियमितताओं के संबंध में मामला दर्ज किया गया था. वहीं जमानत याचिका खारिज मनप्रीत बादल के वकील सुखदीप सिंह ने बठिंडा में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि अब वे स्थानीय अदालत के फैसले पर गौर करने के बाद उच्च न्यायालय का रुख करेंगे.
बादल के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर भी हुआ था जारी
पूर्व वित्त मंत्री रहते मनप्रीत सिंह बादल के खिलाफ बठिंडा की अदालत ने पिछले महीने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. इससे पहले बादल के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया गया था. आपको बता दें कि सतर्कता ब्यूरो ने पूर्व विधायक सरूप चंद सिंगला की 2021 की शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू की थी.