लुधियाना में साइबर गैंग का भंडाफोड़, दो गिरफ्तार, बिजनेसमैन से 7 करोड़ की हुई थी ठगी
Punjab Cyber Crime: लुधियाना के पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चहल (Kuldeep Singh Chahal) ने कहा कि दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है और उनके पास से 5.25 करोड़ रुपये बरामद किए गए हैं.
Punjab Police Exposed Cyber Gang: पंजाब पुलिस ने रविवार (29 सितंबर) को इंटर स्टेट साइबर जालसाजों के एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इस गैंग के सदस्यों ने जानेमाने उद्योगपति श्रीपॉल ओसवाल से 7 करोड़ रुपये की ठगी की थी. इस मामले में दो अपराधियों को दबोचा गया है. इसके साथ ही इस गैंग के दूसरे सदस्यों की तलाश की जा रही है.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक लुधियाना के पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चहल ने कहा, ''दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है और उनके पास से 5.25 करोड़ रुपये बरामद किए गए हैं.'' उन्होंने बताया कि इस गिरोह के 7 अन्य सदस्यों की पहचान कर ली गई है और उन्हें पकड़ने की कोशिश की जा रही है.
उद्योगपति ओसवाल से की थी 7 करोड़ रुपये की ठगी
पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चहल ने जानकारी देते हुए बताया कि गिरोह के सभी नौ सदस्य असम और पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं. जालसाजों ने उद्योगपति के अलग-अलग बैंक खातों से 7 करोड़ रुपये निकलवाकर वर्धमान ग्रुप के मालिक एसपी ओसवाल को धोखा दिया. पुलिस ने कहा कि उनमें से एक ने खुद को सीबीआई अधिकारी के रूप में पेश किया और उद्योगपति को एक फर्जी गिरफ्तारी वारंट दिखाया और उसे डिजिटल गिरफ्तारी की धमकी दी.
साइबर सेल ने उद्योगपति की शिकायत पर केस किया दर्ज
पुलिस की साइबर सेल ने बिजनेसमैन ओसवाल की शिकायत पर मामला दर्ज किया और कहा कि उसने 48 घंटे के भीतर मामले को सुलझा लिया. पुलिस ने कहा कि आरोपियों की पहचान अतनु चौधरी और आनंद कुमार चौधरी (दोनों असम के गुवाहाटी के निवासी) के रूप में की गई है. एक सप्ताह के भीतर यह दूसरी ऐसी घटना सामने आई.
इससे पहले, एक स्थानीय उद्योगपति को कुछ जालसाजों ने 1.01 करोड़ रुपये का चूना लगाया था. रजनीश आहूजा को भी धोखा दिया गया था, जब धोखेबाजों ने यह दावा करने के बाद कि जबरन वसूली की राशि उनके बैंक खाते में स्थानांतरित कर दी गई थी, गिरफ्तारी वारंट की धमकी दी थी.
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