Ludhiana Crime News: लुधियाना कमिश्नरेट ने बठिंडा में एक तीन महीने के शिशु का पता लगाया और उसके अपहरण के 24 घंटे के भीतर नौ लोगों को गिरफ्तार किया. संयुक्त पुलिस आयुक्त (शहर) नरिंदर भार्गव, जेसीपी आरएस बराड़, डीसीपी (अपराध) वरिंदर सिंह बराड़ और अन्य अधिकारियों ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया और कहा कि बच्चे को दुगरी में रहने वाले दंपति को सौंप दिया गया है. ज्वाइंट सीपी भार्गव ने बताया कि गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे बच्चे का अपहरण कर लिया गया और उसके बाद अपराधियों ने बच्चे की मां को एक कमरे में बंद कर दिया. मामले की गंभीरता को देखते हुए लुधियाना के पुलिस कमिश्नर डॉ कौस्तुभ शर्मा ने स्पेशल टीम का गठन किया. डीजीपी गौरव यादव ने भी पुलिस को बच्चे को सकुशल बरामद करने का निर्देश दिया है.
मां को कमरे में बंद कर बच्चे का किया अपहरण
उन्होंने कहा कि “हमने सात टीमों का गठन किया. पुलिस ने शुरुआत में शिमलापुरी से तीन लोगों इंद्रपाल, राम और रविंदर को गिरफ्तार किया. उनसे पूछताछ में साजिश का खुलासा हुआ और अगले कुछ घंटों में अन्य अपराधियों को भी पकड़ लिया गया. शुक्रवार सुबह करीब चार बजे बठिंडा से बच्चे को बरामद किया गया." जेसीपी भार्गव ने तौर-तरीकों का खुलासा करते हुए कहा कि वरिन्दर चौधरी उर्फ ठेकेदार, जो कबाड़ का व्यापारी है, शिशु के परिवार से कबाड़ खरीदने, बेचने जाता था, जहां उसे पता चला कि दंपति का तीन महीने का एक बच्चा है. बकौल द ट्रिब्यून, एक अन्य आरोपी रवि, जो ठेकेदार के संपर्क में था, ने उसे पैसे के लिए बच्चे का अपहरण करने के लिए बहकाया. ठेकेदार ने बाद में अपने इलाके में रहने वाले अन्य आरोपियों को भी इसमें शामिल कर लिया. पांच लोगों के समूह ने मां को एक कमरे में बंद कर बच्चे का अपहरण कर लिया.
4.5 लाख में बच्चे को बेचना चाहते थे आरोपी
जेसीपी भार्गव ने बाद में कहा कि, ठेकेदार और एक अन्य आरोपी, बच्चे को बठिंडा ले गए और उसे एक जोड़े, सुरिंदर सिंह और उनकी पत्नी रमनदीप कौर को सौंप दिया, जो इसे राजन शर्मा को देने वाले थे, जो बदले में बच्चे को एक सिरसा स्थित 'पार्टी' को 4.5 लाख रु. में को बेचने वाले थे. हालांकि, पुलिस के हस्तक्षेप से दंपत्ति के पास से बच्चे को बरामद कर लिया गया. डीसीपी (अपराध) वरिंदर बराड़ ने कहा कि अपराध में शामिल दसवें आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है और उसकी भूमिका की पुष्टि की जा रही है. इस बात की भी जांच की जा रही है कि क्या यह गिरोह पूर्व में बाल तस्करी में शामिल था.