Punjab News: ‘मैं पंजाब बोलदा हां’ (Main Punjab Bolda Han) डिबेट में विपक्षी नेता गैरहाजिर हैं. मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने चार विपक्षी नेता की कुर्सी खाली छोड़ी हुई है. डिबेट में आने के लिए सीएम मान ने पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग, नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा, अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल, पंजाब बीजेपी अध्यक्ष सुनील जाखड़ को चुनौती दी थी. लेकिन, उनके न पहुचंने पर सीएम मान ने डिबेट के मुद्दों पर बोलना शुरू कर दिया. उन्होंने सबसे पहले एसवाईएल (SYL) का मुद्दा उठाया.


सीएम मान ने कहा कि पंजाब सरकार एसवाईएल के मुद्दे पर तीन बार सुप्रीम कोर्ट गई है. उनकी तरह से एक बार भी कोई हलफनामा दाखिल नहीं किया गया है. बल्कि वो जब ऊर्जा मंत्री से मिलने पहुंचे तो उन्होंने एसवाईएल का पानी देने से इनकार कर दिया. उनकी तरफ से ऊर्जा मंत्री को सुझाव दिया गया था कि सतलुज यमुना नहर को यमुना सतलुज नहर बना दिया जाए. सतलुज में तो अभी पानी नहीं बचा है. लेकिन, यमुना में अभी पानी है और इस पानी को हरियाणा और पंजाब को दिया जा सकता है.  


टोल प्लाजा को लेकर भी बोले सीएम मान


इसके अलावा सीएम मान ने टोल प्लाजा का मुद्दा भी उठाया. उन्होने कहा कि सबसे ज्यादा टोल प्लाजा पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में साल 2006-07 में बने. अब तक उनकी तरफ से 14 टोल प्लाजा बंद करवाए जा चुके हैं. वहीं उन्होंने डिबेट के दौरान अकाली दल मुखिया बादल की कुर्सी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि इन्होंने गलत तरीकों से अपने रूठ लिए. दिल्ली एयरपोर्ट तक अपनी बसें चलाकर लोगों से 3500 रुपये तक किराया लिया. अब आम आदमी पार्टी की सरकार में सिर्फ 1100 रुपये में एयरपोर्ट तक बसें चलाई गई हैं. 


पंजाब पर कर्ज को लेकर कही ये बात


वहीं पंजाब पर कर्ज को लेकर सीएम मान ने कहा कि प्रदेश के सरकार खजाने पर कर्ज का बोझ साल 2012 से बढ़ना शूरू हो गया था. साल 2012 में 83099 करोड़ रुपये का कर्ज लिया गया, जो अब बढ़कर 3.14 करोड़ हो गया है. दूसरी तरफ सीएम मान ने कहा कि पिछली पंजाब सरकारें 18 साल में सिर्फ 56796 करोड़ रुपये का निवेश लेकर आईं, जबकि पिछले 5 सालों में सिर्फ 1.17 लाख का निवेश लेकर आए.


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