Punjab Election: स्टार प्रचारकों में जगह नहीं मिलने पर मनीष तिवारी ने बयां किया दर्द, बोले- ऐसा होता तो हैरानी रहती
Punjab Election: मनीष तिवारी और कांग्रेस के बीच सब कुछ सही नहीं चल रहा है. पंजाब विधानसभा चुनाव में मनीष तिवारी को कांग्रेस ने अनदेखा किया है.
Punjab News: पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की आंतरिक कलह थमने का नाम नहीं ले रही है. पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों में आनंदपुर साहिब के सांसद मनीष तिवारी को नहीं मिलने पर विवाद खड़ा हो गया है. कांग्रेस पार्टी की ओर से पंजाब स्टार प्रचारकों की लिस्ट से बाहर किए जाने पर मनीष तिवारी ने तंज कसा है. मनीष तिवारी ने कहा 'आश्चर्य होता अगर मेरा नाम लिस्ट में होता'.
वहीं पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे और पूर्व सांसद अभिजीत मुखर्जी ने इसे कांग्रेस की संकीर्ण सोच करार दिया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद मनीष तिवारी और गुलाम नबी आजाद को शामिल नहीं किया गया है.
इस पर पूर्व सांसद अभिजीत मुखर्जी ने ट्वीट कर कहा कि ऐसी संकीर्ण सोच से कांग्रेस चुनाव कभी नहीं जीत सकती है. दरअसल अभिजीत मुखर्जी पिछले साल ही कांग्रेस छोड़ तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे. मुखर्जी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मनीष तिवारी ने कहा, "अगर यह दूसरी तरफ से होता तो मुझे सुखद आश्चर्य होता. ऐसा किए जाने की वजह भी अब गुप्त नहीं रही है, अभिजीत दा."
तिवारी को मिली थी जीत
इस पर फिर अभिजीत मुखर्जी ने लिखा, "भाई मनीष तिवारी हमारे लोग अपने वोट से ही ऐसी द्विदलीय मानसिकता का एकमात्र जवाब दे सकते हैं! चाहे कुछ भी हो जाए, आप हमेशा अदम्य बने रहेंगे! आप हमेशा सबसे बेहतरीन सांसदों में से एक रहे हैं जिन्हें मैंने देखा है और यही मेरे दिवंगत पिता की भी राय रही है."
गौरतलब है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी कांग्रेस में एक प्रमुख चेहरा हैं, जो पिछले साल जी -23 नेताओं द्वारा सोनिया गांधी को लिखे गए पत्र में हस्ताक्षरकतार्ओं में से एक थे. आनंदपुर साहिब हमेशा से सिख धर्म का गढ़ रहा है और 2014 में पार्टी की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी के असफल होने के बाद तिवारी ने 2019 में सीट जीती थी.
Punjab Election 2022: नवजोत सिंह सिद्धू बोले- 17 साल के राजनीतिक करियर में नहीं रहा कोई लालच
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस

