'दादी से गहरा लगाव था', पूर्व PM मनमोहन सिंह के सौतेले भाई ने साझा की पुरानी यादें
Manmohan Singh Death: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने अपनी स्कूली शिक्षा अमृतसर से पूरी की और यहीं के हिंदू कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक की उपाधि प्राप्त की.
Manmohan Singh Died: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के बाद लोग उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं. उनसे जुड़े शहर, उनकी उपलब्धियां और उनके असाधारण व्यक्तित्व को लेकर चर्चा हो रही है. पूर्व प्रधानमंत्री का पवित्र शहर अमृतसर के साथ बेहद ही खास रिश्ता था, जहां उन्होंने अपने बचपन के साल बिताए थे. उनका जन्म पंजाब प्रांत के गाह में हुआ था, जो अब पाकिस्तान के चकवाल जिले में पड़ता है, इससे पहले उनका परिवार अमृतसर चला गया था.
देश विभाजन के बाद मनमोहन सिंह ने अपनी स्कूली शिक्षा अमृतसर से पूरी की और यहीं के हिंदू कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक की उपाधि प्राप्त की. मनमोहन सिंह के सौतेले भाई सुरजीत सिंह कोहली ने पूर्व पीएम से जुड़ी कई यादों को साझा किया है. सुरजीत कोहली अमृतसर में रेडीमेड कपड़े का कारोबार करते थे.
अपनी दादी से गहरा लगाव
सुरजीत सिंह कोहली ने कहा, ''पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह को अपनी दादी से गहरा लगाव था, जब वह बहुत छोटे थे तो उनकी मां की मृत्यु के बाद उन्होंने उनका पालन-पोषण किया. वह जब भी पवित्र शहर आते थे तो स्वर्ण मंदिर जाते थे.'' सिंह का परिवार उनके स्नातक होने तक अमृतसर में एक छोटे से किराए के घर में रहता था.
रिटायर प्रोफेसर राजिंदर लूंबा ने मनमोहन सिंह को किया याद
हिंदू कॉलेज के रिटायर प्रोफेसर राजिंदर लूंबा ने पूर्व पीएम को याद करते हुए कहा कि अर्थशास्त्र उनका पसंदीदा विषय था. उन्होंने ये भी बताया कि उनकी पत्नी गुरशरण कौर के माता-पिता भी पवित्र शहर अमृतसर से थे. लूंबा ने कहा, ''कुछ साल पहले, डॉ. मनमोहन सिंह ने हिंदू कॉलेज के दीक्षांत-सह-पूर्व छात्र सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए और एक सामान्य व्यक्ति की तरह कॉलेज के कर्मचारियों के साथ बातचीत की.
पुरानी यादें ताजा करते हुए उन्होंने आगे कहा, ''मनमोहन सिंह ने उन शिक्षकों के बारे में बात की जिन्होंने उन्हें कॉलेज में पढ़ाया था.'' स्थानीय निवासी राज कुमार (71) ने कहा कि डॉ. मनमोह सिंह स्वर्ण मंदिर के पास पेठा वाला बाजार में रहते थे. वो बहुत ही विनम्र व्यक्ति थे. मैं जब छोटा था जब उनका परिवार बाहर चला गया. यह बहुत अच्छा परिवार था.''
अमृतसर के लिए हमेशा रहे खड़े
स्थानीय निवासी राज कुमार ने आगे बताया, ''जिस घर में मनमोहन सिंह का परिवार रहता था वह अब जर्जर हालत में है क्योंकि काफी समय पहले वहां से चले जाने के बाद से वहां कोई नहीं रहता है. कुछ अन्य स्थानीय लोगों ने मनमोहन सिंह को एक ऐसे व्यक्ति के रूप में याद किया, जिन्होंने हमेशा अमृतसर के लिए विशेष पीड़ा उठाई. उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने पवित्र शहर के लिए कई परियोजनाएं मंजूर कीं थीं.
मनमोहन सिंह ने 26 दिसंबर को ली अंतिम सांस
बता दें के देश में आर्थिक सुधारों के वास्तुकार मनमोहन सिंह का गुरुवार (26 दिसंबर) रात दिल्ली के एम्स में निधन हो गया. वह 92 वर्ष के थे. उन्होंने 2004-2014 तक 10 वर्षों तक प्रधानमंत्री के तौर पर देश का नेतृत्व किया. उससे पहले वित्त मंत्री के रूप में देश के आर्थिक ढांचे को स्थापित करने में उनकी भूमिका बेहद ही खास रही.
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