Haryana News: हरियाणा में बीते एक साल से पंचायत चुनाव करवाने में सरकार को कई तरह की बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है. पिछली पंचायतों का कार्यकाल 2020 के अंत में ही खत्म हो चुका है. हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने गांव में विकास कार्यों को जारी करने के लिए गांव के लेवल पर कमेटियां बनाने का एलान किया है. इन कमेटियों के पास पंचायत चुनाव होने तक गांव में विकास कार्यों को लागू करवाने की जिम्मेदारी रहेगी. 


मनोहर लाल खट्टर ने साफ कर दिया है कि गांव में अब इन्हीं कमेटियों के द्वारा की कामकाज होंगे. हरियाणा के सीएम ने कहा, ''जब तक चुनाव नहीं होते तब तक कामकाज को संभालने की जिम्मेदारी इन कमेटियों के पास रहेगी. गांव के विकास कार्यों में किसी भी तरह की बाधा नहीं आने दी जाएगी. ग्राम सभा की मीटिंग भी लगातार होती रहेगी.''


सीएम ने अधिकारियों को गांव के लोगों के साथ मिलकर विकास कार्य करने के आदेश दिए हैं. सीएम का कहना है कि गाम्रीण इलाकों में अधिकारी वहां के लोकल लोगों के साथ मिलकर काम करेंगे और इससे हमें बेहद अच्छे नतीजे आने की उम्मीद है.


इस वजह से हो रही है देरी


सीएम की ओर से इस साल पेश होने वाले राज्य के बजट में ग्रामीण इलाकों को प्राथमिकता देने के संकेत भी मिले हैं. खट्टर ने कहा, ''गांव का विकास महत्वपूर्ण है. ग्राम दर्शन पोर्टल और विकास निधि पोर्टल हर गांव में बनाया गया है. इन पर कोई भी गांव वाला अपनी समस्या को रख सकता है.''


बता दें कि हरियाणा में जनवरी 2021 में पंचायत चुनाव होने थे. हरियाणा सरकार की ओर से पंचायत चुनाव में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण देने का एलान किया गया था. हरियाणा सरकार के इस फैसले को पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है.


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