Haryana News: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया. इस दौरान सीएम खट्टर ने किसानों के मुद्दे पर हो रही राजनीति को कटाक्ष किया. वहीं जेजेपी के शाहबाद से विधायक और शुगरफेड चेयरमैन रामकरण काला पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि किसानों को लेकर हो रही राजनीति में हमारे भी एक सज्जन शामिल है. बताया जा रहा है कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया लेकिन अभी तक उनका इस्तीफा हमें मिला नहीं, हम खोज रहे हैं. 


वहीं सीएम खट्टर ने कहा कि रामकरण काला ने इस्तीफे की घोषणा से पहले उनसे मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने एमएसपी के लिए कहा तो हमारी तरफ से कहा गया कि ऐसा संभव नहीं है. 


सरकार पर ड़ाला जाता है दबाव
सीएम खट्टर ने किसानों को लेकर किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि किसानों को लेकर राजनीति करने वाले कुछ लोग उनपर दबाव डालते है और फिर सरकार पर तुरंत घोषणा करने के लिए भी दबाव डाला जाता है. सीएम खट्टर ने कहा कि जब भावांतर भरपाई की जाती है तो उसके लिए घोषणा नहीं की जाती. उन्होंने कहा कि हाईवे जाम करने से किसी समस्या का समाधान नहीं होता. हाईवे रोकना लोकतंत्र का हिस्सा नहीं, ऐसे प्रदर्शन को भी लोकतंत्र में जगह नहीं है. 


‘किसानों को लेकर फैलाया जा रहा भ्रम’ 
सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हमेशा किसानों में भ्रम फैलाने का काम किया जाता है कि सरकार उनके बारे में सोचती नहीं है. लेकिन जितना हमारी सरकार सोच रही है उतना शायद किसी राज्य या केंद्र सरकार ने नहीं सोचा होगा. उन्होंने कहा कि पिछले सरकारों के मुकाबले हमने ज्यादा काम किए है. इस दौरान सीएम ने बताया कि किसानों की नाराजगी दूर करने के लिए 1 हजार रुपये प्रति क्विंटल भावांतर भरपाई योजना के तहत उनके खाते में भेजे गए है.


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