Haryana News: डेरा सच्चा सौदा के मुखिया राम रहीम (Ram Rahim) को तीन हफ्ते की फरलो मिलने पर सवाल खड़े हो रहे हैं. विपक्षी दलों की ओर से दावा किया जा रहा है कि राम रहीम को पंजाब विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र फरलो दी गई है. हालांकि, मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने राम रहीम को फरलो मिलने के फैसले का बचाव किया है. मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने कहा कि इस कदम का चुनावों से कोई लेना-देना नहीं है.


पंजाब में, खासतौर पर बठिंडा, संगरूर, पटियाला और मुक्तसर में डेरा सच्चा सौदा के बड़ी संख्या में अनुयायी हैं. हरियाणा के मुख्यमंत्री ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख के सुनरिया जेल से बाहर आने और 20 फरवरी को होने जा रहे पंजाब चुनाव के बीच कोई संबंध होने की बात से इनकार किया. उन्होंने कहा, ''यह एक संयोग है और चुनावों से इसका कोई सबंध नहीं.''


गुरमीत राम रहीम सिरसा स्थित अपने आश्रम में दो महिला अनुयायियों से बलात्कार के मामले में 20 साल की कैद की सजा काट रहा है. सिरसा में ही डेरा का मुख्यालय है. उसे पंचकूला की एक विशेष सीबीआई अदालत ने अगस्त 2017 में मामले में दोषी करार दिया था.


गुरुग्राम पहुंचा है राम रहीम


सूत्रों ने बताया कि सिंह को गुरुग्राम में अपने परिवार से मिलने के लिए फरलो दिया गया है. उसने इसके लिए सुनरिया जेल अधीक्षक के पास अर्जी दी थी और बाद में गुरुग्राम में संबद्ध अधिकारियों से भी एक सिफारिश मांगी गई थी.


डेरा प्रमुख को भारी सुरक्षा के बीच जेल से बाहर लाया गया. शाम में वह गुरुग्राम आश्रम पहुंचा, जहां उसके परिवार के सदस्य उसका इंतजार रहे थे. इससे पहले, आश्रम के आसपास पुलिस का एक दल भी तैनात कर दिया गया था.


पिछले साल, डेरा प्रमुख को अपनी बीमार मां से मिलने के लिए सूर्योदय से सूर्यास्त तक का आपातकालीन पैरोल दिया गया था. वह स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए भी कुछ मौकों पर जेल से बाहर आया था. हालांकि, यह पहला मौका है जब सिंह इतने लंबे समय तक जेल से बाहर रहेगा.


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