Punjab Lok Sabha Elections: लोकसभा चुनाव प्रचार के बीच पंजाब से बहुत बड़ी सियासी खबर सामने आई है. खबर यह है कि पूर्व कांग्रेसी नेता और अमरिंदर सिंह सरकार में पंजाब के वित्त मंत्री रहे मनप्रीत सिंह बादल (Manpreet Singh Badal) अपने समर्थकों से बीजेपी के लिए काम करने की अपील की है. उन्होंने एक्स पोस्ट में अपने चाहने वालों से भारतीय जनता पार्टी को समर्थन देने को कहा है. उन्होंने जनवरी 2023 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. उसके बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए थे.
मनप्रीत सिंह बादल पंजाब में एक साफ छवि के नेता माने जाते हैं. वह 1995, 1997, 2002, 2007, 2017 में पंजाब विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं. दो बार पंजाब सरकार में वित्त रहे हैं.
उनके नाम है नौ बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड
बतौर, वित्त मंत्री उनका पहला कार्यकाल 2007 से 2010 तक प्रकाश सिंह बादल के नेतृत्व वाली सरकार में रहा. उसके बाद कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान उन्होंने पंजाब कि वित्त मंत्री की जिम्मेदारी संभाली और रिकॉर्ड नौ बार पंजाब का बजट पेश किया. पंजाब विधानसभा में सबसे अधिक बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड उन्हीं के नाम है.
गिद्दड़बाहा चार बार जीते चुनाव
मनप्रीत बादल पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल के भतीजे हैं. मनप्रीत ने पहली बार 1995 में अकाली दल के टिकट पर गिद्दड़बाहा से विधानसभा के लिए चुने गए. वह 1997, 2002 और 2007 में गिद्दड़बाहा निर्वाचन क्षेत्र से लगातार चुने गए. साल 2007 में उन्हें प्रकाश सिंह बादल सरकार में वित्त मंत्री बनाया गया. केंद्र के साथ कर्जमाफी की पेशकश को लेकर मतभेदों के बाद अक्टूबर 2010 में शिरोमणि अकाली दल से उन्हें निष्कासित कर दिया गया.
2011 में पीपल्स पार्टी ऑफ पंजाब का किया गठन
साल 2011 में उन्होंने पीपल्स पार्टी ऑफ पंजाब का गठन किया था. साल 2012 के पंजाब चुनावों में उनकी पार्टी ने सीपीआई, सीपीएम और शिरोमणि अकाली दल (लोंगोवाल) के साथ गठबंधन किया. वह 2012 में गिदड़बाहा और मौर निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़े, पर दोनों सीटों से चुनाव हार गए. 15 जनवरी 2016 को मनप्रीत ने अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया. मार्च 2017 में हुए पंजाब विधानसभा चुनावों में वह विधानसभा चुना