Peris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक में मनु भाकर ने एक और मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. पहले व्यक्तिगत स्पर्धा में मेडल जीतकर भारत का नाम रौशन किया और फिर अपने पार्टनर सरबजोत सिंह के साथ मिलकर देश के लिए दूसरा मेडल जीता. झज्जर में उनके गांव और परिवार में जश्न का माहौल है.


एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली देश की पहली खिलाड़ी बन चुकी मनु भाकर झज्झर की रहने वाली हैं. उनके गांव गोरिया में परिवार के स्कूल में जमकर जश्न हुआ. मनु के गांव में उनकी दादी, ताऊ ताई और चाचा-चाची भी ख़ुशी से फूले नहीं समा रहे.


मनु के परिवार के स्कूल यूनिवर्सल सीनियर सेकेंडरी रेजिडेंशियल स्कूल में बच्चों के साथ मनु के चाचा भी खूब डांस करते नजर आए. गुलाल उड़ाया जा रहा है. इसके साथ ही मिठाइयां बांटी जा रही हैं. बैकग्राउंड में मनु भाकर की बहुत बड़ी सी तस्वीर दीवार पर दिखाई दी.   


बता दें कि निशानेबाज मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल के मिक्स्ड टीम इवेंट में ब्रान्ज मेडल जीता है. इस मैच में मनु और सरबजोत ने कोरियाई जोड़ी को 16-10 से हराया.  इस खुशी के मौके पर पूरे देश समेत मनु भाकर और सरबजोत के गांव-परिवार में जश्न का माहौल है. पेरिस ओलंपिक में पहला मेडल जीतने के बाद मनु भाकर ने कहा कि मेरे दिमाग में गीता के श्लोक चल रहे थे. मैंने कर्म पर फोकस किया, फल की चिंता नहीं की जिसका लाभ मुझे मिला.


वहीं, मनु भाकर की मां ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ''गीता में हमारी जिंदगी का सार है. मैं मनु को हर दिन गीता के सार और उसके महत्व के बारे में बताती हूं. हमारी संस्कृति, सनातन धर्म विशेष है और हमें इसके महत्व को समझना चाहिए. शूटिंग के खेल में एकाग्रता और मन को स्थिर रखना अहम है.''


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