Punjab Election 2022: कांग्रेस पार्टी के चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) को सीएम उम्मीदवार बनाने के फैसले पर विरोधी जमकर निशाना साध रहे हैं. बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती (Mayawati) ने इसे कांग्रेस पार्टी का हताशा में लिया गया फैसला बताया है. मायावती का कहना है कि चरणजीत चन्नी को सीएम पद का उम्मीदवार बनाने कांग्रेस (Congress) पार्टी की किस्मत नहीं बदलने वाली है. 


बसपा सुप्रीमो ने नवांशहर में शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के साथ यहां एक बड़ी सभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा, "कांग्रेस पार्टी केवल चुनाव के समय दलितों को याद करती है. चुनाव समाप्त होने के बाद वे चरणजीत चन्नी को दरकिनार कर देंगे, जिन्हें अब भी दिल्ली से रिमोट कंट्रोल किया जा रहा है."


मायावती ने चन्नी से यह समझने के लिए भी कहा कि उन्हें पार्टी में क्यों पदोन्नत किया गया, क्योंकि कांग्रेस पार्टी का चुनावों के दौरान दलित समुदाय का उपयोग करने का एक पुराना इतिहास रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार घोषित होने के बाद चन्नी गुरु रविदास जी का आशीर्वाद लेते तो यह बेहतर और अधिक उपयुक्त होता.


सुखबीर सिंह बादल ने किया यह दावा


बसपा अध्यक्ष ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि अकाली-बसपा गठबंधन चुनाव में जीत हासिल करेगा. उन्होंने कहा, "हम सभी को राज्य के अगले मुख्यमंत्री के रूप में सुखबीर बादल को स्थापित करने के लिए एकजुट होकर काम करना होगा."


इस मौके पर शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि मायावती के पंजाब दौरे के बाद अकाली-बसपा की सुनामी पूरे राज्य में दस्तक देने वाली है. उन्होंने कहा कि पंजाबियों ने कांग्रेस पार्टी द्वारा ठगा हुआ महसूस किया, जिसने कुछ नहीं किया और प्रकाश सिंह बादल द्वारा पंजाबियों को दिए गए सभी सामाजिक कल्याण लाभों को खत्म या कम करके पांच साल बर्बाद कर दिए, चाहे वह नीले कार्ड को खत्म करना हो या वृद्धावस्था पेंशन और शगुन योजना को कम करना हो.


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