Punjab Politics: यौन उत्पीड़न मामले पर खैरा ने फिर खड़े किए सवाल, कहा- 'मंत्री को बचा रही सरकार, SIT ने क्यों नहीं की पूछताछ?'
Punjab: मंत्री कटारूचक के यौन उत्पीड़न मामले को लेकर कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने फिर सरकार पर सवाल उठाएं है. उन्होंने कहा कि एसआईटी ने अभी तक मंत्री कटारूचक को पूछताछ के लिए क्यों नहीं बुलाया.
Punjab News: पंजाब के कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक के यौन उत्पीड़न मामले को लेकर पंजाब सरकार लगातार घिरती नजर आ रही है. कैबिनट मंत्री के मामले की जांच कर रही एसआईटी भी अब संदेह के घेरे में आ गई है, एबीपी सांझा की खबर के अनुसार, क्योंकि एसआईटी द्वारा अभी तक मंत्री कटारूचक अभी तक पूछताछ के लिए नहीं बुलाया है. वहीं कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने ट्वीट कर फिर सरकार पर निशाना साधा है.
क्या यह बदलाव है?
कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने ट्वीट कर सीएम मान से सवाल करते हुए लिखा कि- घिनौने सेक्स स्कैंडल में शामिल अपने दागी मंत्री कटारूचक को बर्खास्त करने और गिरफ्तार करने के लिए नीचे दी गई पीड़िता की शिकायत एसआईटी प्रमुख को संबोधित की गई है. जिसमें मंत्री के खिलाफ उनकी इच्छा के विरुद्ध जबरन यौन उत्पीड़न करने के लिए आपराधिक आरोप लगाने की मांग की गई है. इतने सनसनीखेज आरोपों के बावजूद SIT ने कटारूचक मंत्री को तलब करके वीडियो के साथ उनका सामना क्यों नहीं किया, पूछताछ और पूछताछ क्यों नहीं की? क्या यह बदलाव है?
I urge @BhagwantMann to dismiss & arrest his tainted Minister Kataruchak involved in sleazy sex scandal as below is complaint of victim addressed to SIT head demanding criminal charges against Minister for forcibly assaulting him sexually against his wishes. Why SIT hasn’t… pic.twitter.com/DLmu8wwBcj
— Sukhpal Singh Khaira (@SukhpalKhaira) May 22, 2023 [/tw]
‘मंत्री कटारूचक से अभी तक क्यों नहीं हुई पूछताछ’
कांग्रेस विधायक खैरा ने सवाल उठाया है कि इतना गंभीर मामला होने के बावजूद अब तक कैबिनेट मंत्री कटारूचक से अश्लील वीडियो को लेकर कोई पूछताछ नहीं की गई है. पीड़ित पहले ही पंजाब सरकार द्वारा जांच के लिए गठित एसआईटी के सामने पेश होने से इनकार कर चुका है. एसआईटी प्रमुख सीमा रेंज के डीआईजी नरेंद्र भार्गव को लिखे दो पत्रों में उन्होंने कहा है कि पंजाब में मंत्रियों और उनके समर्थकों से उनकी जान को खतरा है. पत्र में उन्होंने कहा है कि वह एसआईटी के समक्ष ऑनलाइन पेश हो सकते हैं. उन्होंने कहा है कि वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बयान दर्ज करा सकते हैं. दूसरे विकल्प के तौर पर उन्होंने पंजाब से बाहर दिल्ली में किसी सुरक्षित जगह पर बयान दर्ज कराने को कहा है. साथ ही कहा कि उनकी शिकायत को ही उनका बयान माना जाए.
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