पंजाब पुलिस ने बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया है. मोहाली में बब्बर खालसा इंटरनेशल के दो आतंकियों को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया है. एक को गोली लगी है. गिरफ्तार आतंकवादियों में करण गुजरपुरिया जिस पर दो यूएपीए के मामले दर्ज हैं. दूसरा शरणप्रीत उर्फ सनी है जिसके खिलाफ भी यूएपीए के दो मामले दर्ज हैं. शरणप्रीत को गोली लगी है. इन्होंने पाकिस्तान से 16 पिस्तौल स्मगल किए थे जिसमें से चार आज रिकवर हुए हैं.
मोहाली के एसएसपी संदीप गर्ग ने कहा, ''हमने ड्रोन के जरिए सीमा पार से ड्रग्स और हथियारों की आपूर्ति के मामले में अक्टूबर में एफआईआर दर्ज की थी. इसमें पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था. मामले की जांच के दौरान कल हमने अमृतसर से दो लोगों को गिरफ्तार किया.'' जिनके नाम करण उर्फ गुज्जर पुरिया और विशालजीत सिंह हैं. मोहाली पुलिस और बटाला पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन के दौरान हमें अमृतसर से गिरफ्तार आरोपियों के एक साथी के बारे में जानकारी मिली. उसने पुलिस से भागने की कोशिश की और मुठभेड़ के दौरान वह घायल हो गया. इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया."
बब्बर खालसा इंटरनेशनल को जानें?
बब्बर खालसा इंटरनेशल भारत में बैन है. इसका गठन 13 अप्रैल 1978 को हुआ था. कई झड़पों के बाद अमृसतर में इसका गठन किया गया था. इस झड़प में दो पक्ष अखंड कीर्तनी जत्था और निरंकारी जो आपस में विरोधी थे, शामिल थे. इस संगठन का हेडक्वार्टर पाकिस्तान के लाहौर में है. इस संगठन को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का संरक्षण हासिल है और उसी के संरक्षण में ये ऑपरेट होता है. भारत की सिक्योरिटी एजेंसियों की मानें तो मौजूदा समय में इस संगठन को 69 साल का वाधवा सिंह लीड कर रहा है. इस संगठन को सबसे पुराने खालिस्तान समर्थक समूहों में से एक माना जाता है. पिछले कुछ सालों में दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में इस संगठन का विस्तार हुआ है.
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