गुरुग्राम यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने बताया कि नए शैक्षणिक सत्र 2024-25 से यह संयुक्त पीएचडी प्रोग्राम आरंभ हो जाएगा. इसके बाद पीएचडी करने के इच्छुक छात्र इसमें दाखिला ले पाएंगे. उन्होंने बताया कि इससे दोनों संस्थानों के अनुसंधान कार्यक्रम को बढ़ावा मिलेगा. कुलपति ने बताया कि इसके तहत गुरुग्राम यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग विभाग के विभिन्न विषयों से पीएचडी करने वाले विद्यार्थियों को आईआईटी मंडी में भी पढ़ाई करने का मौका मिलेगा.
इन लोगों ने किया हस्ताक्षर किए
उन्होंने बताया कि जीयू से पीएचडी करने विद्यार्थी आईआईटी मंडी में लगभग 200 करोड़ की लागत से बने रिसर्च सेण्टर में उपलब्ध आधुनिक उपकरण जैसे एडवांस लिथोग्राफी (ई-बीम, एचआईबीएल, 365 एनएम लिथोग्राफी), स्पटरिंग, आयन एचिंग और परिष्कृत लक्षण वर्णन उपकरण का शोध कार्यों के लिए लाभ उठा पाएंगे. इस समझौते पर गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार और आईआईटी मंडी के निदेशक, प्रोफेसर लक्ष्मीधर बेहरा ने हस्ताक्षर किए.
संयुक्त डिग्री भी की जाएगी प्रदान
इस करार से जीयू से इंजीनियरिंग विभाग के विभिन्न विषयों में पीएचडी करने वाले छात्रों को शोध कार्य के लिए दोनों विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञों का मार्गदर्शन प्राप्त होगा. पीएचडी पूरी होने पर इन्हें दोनों संस्थानों की संयुक्त डिग्री भी प्रदान की जाएगी. कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा आईआईटी मंडी के साथ गुरुग्राम विवि का यह करार छात्रों के लिए लाभकारी अनुसंधान और प्रशिक्षण की संभावनाओं से भरा है.
राजेश यादव की रिपोर्ट.
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