Haryana Politics: सांसद बृजेंद्र सिंह का JJP पर निशाना, गठबंधन से खुश नहीं BJP का कोई नेता, अब आ गई फैसले की घड़ी
BJP-JJP Alliance in Haryana: सांसद बृजेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश में सरकार तो बीजेपी की है लेकिन उसकी बागडोर जेजेपी के पास है. गठबंधन से बीजेपी का कोई नेता खुश नहीं है. अब फैसले की घड़ी आ गई है.
Haryana News: हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी गठबंधन के बीच तनातनी कम होने का नाम नहीं ले रही है. दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज होती जा रही है. हिसार से बीजेपी सांसद बृजेंद्र सिंह ने एक बार फिर जेजेपी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि जेजेपी के साथ गठबंधन को लेकर बीजेपी का कोई नेता कार्यकर्त्ता खुश नहीं है. अब फैसले की घड़ी आ गई है. बीजेपी को गठबंधन को लेकर जल्द फैसला लेना चाहिए. बीजेपी सांसद ने प्रदेश में सरकार तो बीजेपी की है लेकिन उसकी बागडोर जेजेपी के पास है.
'जेजेपी के साथ गठबंधन से नुकसान'
सांसद बृजेंद्र सिंह ने कहा कि बीजेपी सभी 10 सीटों पर लोकसभा का चुनाव लड़ने वाली है. वहीं जल्द ही विधानसभा सीटों का ऐलान भी कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लग रहा गठबंधन से कोई फायदा हो रहा है बल्कि गठबंधन से नुकसान ही हो रहा है. बीजेपी सांसद ने कहा कि पिछला विधानसभा का चुनाव परिणाम हमारे अनुकूल नहीं रहा. हमने 6-7 विधायकों को लेने की बजाय एक ग्रुप को अपने साथ लिया. लेकिन अब राजनीतिक फैसले का समय है. तभी हम चुनाव को पूरी मजबूती के साथ लड़ सकेंगे.
'पार्टी के स्वयंभू नेता बने, सरपंच तक नहीं बन पाए'
कुछ दिन पहले भी बीजेपी सांसद बृजेंद्र सिंह ने जेजेपी पर निशाना साधा था. उन्होंने जेजेपी नेता दिग्विजय चौटाला के गुमशुदा वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा था कि अगर कोई एमपी, एमएलए होता तो मैं जवाब जरूर देता. घर की पार्टी का स्वयंभू नेता बना हुआ है, जो कि आज तक सरपंच नहीं बना. ऐसे व्यक्ति का जवाब देना उचित नहीं.
बिप्लब देव के बयान के बाद शुरू हुआ था विवाद
बीजेपी प्रदेश प्रभारी बिप्लब देव ने प्रेमलता को उचाना सीट से अगला विधायक बताया था जिसके बाद डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला बिप्लब देव पर पलटवार करते हुए कहा था कि किसी के पेट में दर्द है, दर्द की दवाई तो मैं नहीं दे सकता. जिसके बाद फिर बिप्लब देव ने दुष्यंत चौटाला के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि जेजेपी ने उन्हें समर्थन देकर कोई अहसान नहीं किया है. उसके बदले उनके विधायकों को मंत्री बनाया गया है.