Punjab News: पंजाब की भगवंत मान (Bhagwant Mann Govt) सरकार राज्य में दिल्ली का स्कूली शिक्षा मॉडल (Delhi Education Model) लागू करना चाहती है लेकिन 2021 के राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (National Achievement Survey 2021) ने उसे विपक्ष के निशाने पर ला दिया है. दरअसल, राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण 2021 में स्कूली शिक्षा के सभी स्तरों पर पंजाब के छात्रों ने दिल्ली से बाजी मार ली. इसे देखते हुए विपक्ष ने सरकार की खिंचाई की है.


शिरोमणि अकाली दल (SAD) के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा (Daljit Singh Cheema) ने मांग की कि मुख्यमंत्री भगवंत मान पंजाब के सरकारी स्कूलों (Punjab Govt Schools) के छात्रों को न सिर्फ बधाई दें, बल्कि उन्हें बदनाम करने के लिए उनसे माफी मांगें. उन्होंने कहा कि देश के शिक्षा तंत्र की सेहत और शिक्षा की गुणवत्ता का मूल्यांकन करने वाले सर्वे में पंजाब के छात्रों ने दिल्ली के अपने समकक्षों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है.


चीमा ने कहा कि अब यह साफ हो गया है कि दिल्ली का शिक्षा मॉडल जोकि आम आदमी पार्टी (AAP) द्वारा प्रोपोगेंडा के तौर पर बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया, वह पूरी तरह से फेल हो गया है. मान को यह तथ्य स्वीकार कर लेना चाहिए और पंजाब में इसे नहीं थोपना चाहिए और पंजाब के वर्तमान शिक्षा मॉडल को मजबूत करने पर जोर देना चाहिए जिसने अच्छा लाभांश दिया है.


चीमा ने कहा कि हमें इस उपलब्धि को ऐसे विकसित करना चाहिए कि हम केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय (Union Education Ministry) द्वारा कराए गए स्वतंत्र सर्वेक्षण को देखते हुए कम और लंबे समय के सीखने के स्तर पर काम करें. मुख्यमंत्री को स्कूली शिक्षा का दिल्ली मॉडल खारिज कर देना चाहिए. ऐसा नहीं करने पर वह पंजाब और पंजाबियों के हितों से धोखा करेंगे.


वहीं. पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब लोक कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह (Capt Amarinder Singh) ने आप सरकार की यह कहकर खिंचाई की कि पंजाब सरकार दिल्ली का शिक्षा मॉडल राज्य में तब लागू करना चाहती है जब राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे 2021 में इसने खराब प्रदर्शन किया.


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