Punjab News: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ पंजाब के अधिकारियों की मीटिंग के बाद पंजाब की भगवंत मान सरकार विपक्ष के निशाने पर है. विपक्ष ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार दिल्ली के रिमोट कंट्रोल से चलाई जा रही है. कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने इस बात पर सवाल खड़ा करते हुए पूछा है कि आखिर किस ताकत के तहत अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने पंजाब के मुख्य सचिव के साथ मीटिंग की. वहीं कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) ने कहा है कि उन्हें इसी बात का डर था.
आम आदमी पार्टी के सूत्रों ने कहा कि केजरीवाल ने सोमवार को पंजाब के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक कर राज्य में 300 यूनिट मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने के पार्टी के वादे को पूरा करने के तरीकों पर चर्चा की.
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने आरोप लगाया कि यह संघवाद का उल्लंघन है. सिद्धू ने कहा, ''अरविंद केजरीवाल डबल स्टैंडर्ड रख रहे हैं. दिल्ली का सीएम पंजाब के मुख्य सचिव और वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की मीटिंग कैसे ले सकता है. क्या भगवंत मान ने आपको ये ताकत दी और वो फिर नाम के सीएम हैं.''
आप ने किया केजरीवाल का बचाव
पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भगवंत मान को रबड़ स्टैंप कहा. अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया, ''सबसे बुरे का डर था, सबसे बुरा हुआ. उम्मीद से बहुत पहले ही अरविंद केजरीवाल ने पंजाब पर कब्जा कर लिया. भगवंत मान रबड़ स्टैंप हैं, यह पहले से ही निर्धारित था, अब केजरीवाल ने दिल्ली में पंजाब के अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करके इसे सही साबित कर दिया है.''
इससे पहले, दिन में नई दिल्ली में केजरीवाल से मिलने वाले मान ने ट्वीट किया, ''हमारे नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ बैठक अच्छी रही. पंजाब के लोगों को जल्द ही खुशखबरी मिलेगी.''
बैठक के बारे में पूछे जाने पर पंजाब के परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने मंगलवार को कहा कि केजरीवाल पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक हैं और अगर उन्होंने बैठक की भी है तो यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है.
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