Punjab Election 2022: पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया रविवार को पूरी हुई. अमृतसर ईस्ट विधानसभा सीट पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) और शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है. सभी सहयोगी होने वाले नवजोत सिंह सिद्धू और बिक्रम मजीठिया (Bikram Majithia) के संबंधों में काफी खटास आ चुकी है. हालांकि रविवार को दोनों नेताओं का एक बूथ पर आमना-सामना हुआ और सिद्धू और मजीठिया ने एक दूसरे का हाल चाल पूछा.
नवजोत सिंह सिद्धू ड्रग्स के मुद्दे पर पिछले कई सालों से बिक्रम मजीठिया को निशाने बनाए हुए हैं. नवजोत सिंह सिद्धू के दबाव ही वजह से ही दिसंबर में पंजाब सरकार ने बिक्रम मजीठिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज की. नवजोत सिंह सिद्धू ने बिक्रम मजीठिया को मजीठा सीट छोड़कर अमृतसर ईस्ट से चुनाव लड़ने की चुनौती दी थी. जिसे बिक्रम मजीठिया ने स्वीकार किया.
मतदान के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू वैरका इलाके में मुआयना करने गए थे. जैसे ही सिद्धू बूथ के अंदर जा रहे थे तभी उनका सामना बिक्रम मजीठिया से हुआ. बिक्रम मजीठिया और नवजोत सिद्धू ने एक-दूसरे के आगे हाथ जोड़कर सलाम किया.
ईवीएम में कैद हुई किस्मत
बिक्रम मजीठिया का सामना वैरका बूथ पर बीजेपी के कैंडिडेट जगमोहन से भी हुआ. बिक्रम मजीठिया ने जगमोहन को गले लगाया और उन्हें शुभकामनाएं भी दी. नवजोत सिंह से मिलने पर प्रतिक्रिया देते हुए बिक्रम मजीठिया ने कहा कि बढ़िया हाल है.
बता दें कि बिक्रम मजीठिया और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच टक्कर को पंजाब चुनाव का सबसे हाईप्रोफाइल मुकाबला माना जा रहा है. नवजोत सिंह सिद्धू और बिक्रम मजीठिया की किस्मत अब ईवीएम में कैद हो चुकी है. पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे.