AAP Congress Alliance: पंजाब कांग्रेस की बगावत के बीच नवजोत सिंह सिद्धू के बदले सुर, AAP से गठबंधन पर दिया बड़ा बयान
Punjab Politics: पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रदेश में आप के साथ गठबंधन का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व का फैसला सर्वोपरि है.
Punjab News: कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच चुनावी गठबंधन (AAP Congress Alliance) को लेकर दिल्ली की तरह पंजाब के नेता भी बगावती मूड में हैं. पंजाब कांग्रेस के नेता लोकसभा चुनाव 2024 ( Lok Sabha Election 2024) को लेकर प्रदेश में आम आदमी पार्टी से गठबंधन को लेकर खुलकर विरोध में है. वहीं पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने बड़ा बयान देकर सबको चौंका दिया है. उन्होंने गठबंधन ( I.N.D.I.A.) का समर्थन करते हुए कहा कि पार्टी नेतृत्व का फैसला सर्वोपरि है.
पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने ताजा ट्वीट में पंजाब में पार्टी का AAP से गठबंधन का समर्थन किया है. उन्होंने कहा है कि संविधान की रक्षा और बड़े बड़े संस्थानों की आजादी की रक्षा के लिए केंद्रीय नेतृत्व का फैसला सर्वोपरि है. उन्होंने लिखा की चुनाव आने वाली पीढ़ियों के लिए लड़े जाते हैं.
बड़े मकसद से लिए गए गठबंधन का फैसला
नवजोत सिंह सिद्धू ने आगे लिखा है कि लोकसभा चुनाव बड़े मकसद से लड़े जाते हैं. आप के साथ कांग्रेस का गठबंधन करने का फैसला संविधान की भावना का सम्मान करने और संवैधानिक मूल्यों से अपनी ताकत हासिल करने वाली संस्थाओं की आजादी बरकरार रखने के मकसद से लिए गए हैं. इसमें राष्ट्रीय हित को सर्वोपरि रखा गया है। हमारे लोकतंत्र की रक्षा के लिए निहित स्वार्थ के तहत राजनीति करने वालों को चुनाव में हराने के लिए ऐसा करना जरूरी है. फिर, चुनाव खुद के लिए नहीं बल्कि अगली पीढ़ी के लिए लड़े जाते हैं। जय हिंद। जुड़ेगा भारत.
सभी सीटों पर लड़ेंगे चुनाव
इसके उलट,पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष राजा वडिंग और पंजाब विधानसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस के कद्दावर नेता प्रताप सिंह बाजवा सहित कई नेताओं ने आम आदमी पार्टी से पंजाब में गठबंधन को लेकर कड़ी आपत्तियां दर्ज कराई है. बाजवा ने तो यहां तक कह दिया है कि आने वाले दिनों में प्रदेश कांग्रेस के नेताओं की भावनाओं को केंद्रीय नेतृत्व को बताई जाएंगी। आप से गठबंधन पर वडिंग ने तो यहां तक कह दिया कि, ‘पंजाब में सभी 13 लोकसभा सीटों पर लड़ने के लिए प्रदेश इकाई के नेता और कार्यकर्ता तैयार रहें.’