Punjab Congress Politics: गणतंत्र दिवस यानि 26 जनवरी को पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot singh sidhu) अपनी सजा समाप्त करने के बाद पटियाला जेल (Patiala jail) से बाहर आ जाएंगे. उनकी रिहाई से पहले यानि बीते शनिवार को सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर (Navjot kaur) ने आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) और केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की. कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से डॉ. नवजोत सिद्धू की मुलाकात को सियासी गलियारे में काफी अहम माना जा रहा है. इस मुलाकात को लेकर कांग्रेस पार्टी के नेताओं के बीच चर्चा चरम पर है. 
 
 पंजाब कांग्रेस में सियासी चर्चा ये भी है कि पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सिद्धू को कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है. इस बात का संकेत भारत जोड़ो यात्रा की पंजाब दौरे के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पहले ही दे चुके हैं. भारत जोड़ो यात्रा के अंतिम पड़ाव में जम्मू-कश्मीर की सीमा में प्रवेश करने से पहले राहुल गांधी ने सिद्धू को यात्रा में शामिल होने का न्योता दिया था. सिद्धू को उनका न्योता मिल चुका है. 


रिहाई के दिन रोड शो में शामिल होंगे सिद्धू 


नवजोत सिंह सिद्धू की संभावित रिहाई को ध्यान में रखते हुए पंजाब कांग्रेस की स्वागत कमेटी की मीटिंग 23 जनवरी को चंडीगढ़ में होगी. कमेटी के चेयरमैन नरिंदर लाली ने बताया कि पूर्व एमएलए नवतेज सिंह चीमा ने इस बाबत मीटिंग बुलाई है. पटियाला में सिद्धू के काफिले का रोड शो करवाया जाएगा. रोड शो के होर्डिंग के लिए 16 बिंदु तय किए गए हैं. वहीं, कांग्रेस के कद्दावर नेता सिद्धू के मीडिया सलाहकार सुरिंदर डल्ल ने बताया है कि उनकी रिहाई के बाद सिद्धू सबसे पहले धार्मिक स्थानों पर माथा टेकने जाएंगे. 


सिद्धू के विरोधी फिर से सक्रिय 


दूसरी तरफ कांग्रेस आलाकमान के इस रुख से पार्टी के आला नेताओं ने सिद्धू के खिलाफ अभी से मोर्चेबंदी शुरू कर दी है. दूसरी तरफ इससे पहले ही सिद्धू को कांग्रेस हाईकमान की ओर से तवज्जो मिलने से पंजाब कांग्रेस के आला नेताओं में हलचल मच गई है. प्रियंका गांधी की ओर से सिद्धू को जेल में चिट्ठी भेजने के बाद से उनसे जेल में कांग्रेसी नेताओं के मिलने आने का भी सिलसिला जारी है.


BJP ने भी इस बात के संकेत 


दूसरी तरफ बीजेपी ने भी संकेत दिया है कि जो पार्टी की विचारधारा व पीएम नरेंद्र मोदी की लीडरशिप को स्वीकार करता है, उसका पार्टी में स्वागत है. चाहे वो सिद्धू हों या फिर कोई अन्य नेता. बता दें कि दशकों पुराने रोड रेज मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद पटियाला की सेंट्रल जेल में सिद्धू बंद हैं. वह 26 जनवरी को रिहा हो सकते हैं. 


यह भी पढ़ें: Punjab Politics: पंजाब की राजनीति से क्यों गायब हो गए हैं नवजोत सिंह सिद्धू, जेल से बाहर आकर क्या करेंगे?