(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Lok Sabha Elections 2024: ना I.N.D.I.A से नजदीकी न NDA से दूरी, फिर किस दिशा चल रहे हैं अकाली दल के बादल?
लोकसभा 2024 का चुनाव काफी दिलचस्प होगा. एक तरफ BJP का NDA तो दूसरी तरफ विपक्षी दलों का INDIA है. लेकिन अभी भी कुछ पार्टियां ऐसी ही जो इन दोनों गठबंधन में शामिल नहीं है. उसमें से एक अकाली दल भी है.
Punjab News: अभी कुछ दिने पहले शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी के साथ आने की चर्चाओं ने खूब जोर पकड़ा, लेकिन बात सिरे नहीं चढ़ पाई. अकाली दल के मुखिया सुखबीर सिंह बादल और बीजेपी की तरफ से दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन को ‘ना’ कर दिया.
समय-समय पर सुखबीर सिंह बादल कुछ ऐसा कर देते हैं जिससे बार-बार यहीं लगता है वो बीजेपी से गठबंधन कर सकते हैं. एक तरफ जहां वो बीजेपी के एनडीए में शामिल नहीं हुए हैं. वहीं दूसरी तरफ वो I.N.D.I.A गठबंधन से भी दूरी बनाए हुए हैं.
बीजेपी के 'फेवर' में दिखे बादल
वन नेशन-वन इलेक्शन को लेकर जहां विपक्षी पार्टियां बीजेपी को घेरने में लगी हुई है. वहीं सुखबीर सिंह बादल वन नेशन-वन इलेक्शन के हक में खड़े दिखाई दिए हैं. उन्होंने कहा कि लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक समय पर होने चाहिए. ये बहुत बढ़िया है और पूरे देश की इसपर सहमति होनी चाहिए.
दिल्ली सर्विस बिल पर भड़की थीं बादल
दिल्ली दिल्ली सर्विस बिल को लेकर भी अकाली दल ने विपक्ष को घेरा था. सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कांग्रेस और आप पर हमला बोलते हुए कहा था कि ये विधेयक पंजाब में पहले से ही लागू है, कांग्रेस ने संघीय ढांचे को कमजोर कर दिया है. ये पार्टियां संघीय ढांचे को लेकर गंभीर नहीं है. ऐसे विधेयक की जरूरत है जिससे राज्य को शक्तियां मिल सके.
क्या कहते है सियासी समीकरण?
बात सियासी समीकरणों की जाए तो I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल बिहार के सीएम नीतीश कुमार चाहते है कि अकाली दल भी उनके साथ आए. दूसरी तरफ बीजेपी से जहां अकाली दल से पंजाब में गठबंधन से मना किया है. पिछले दिनों पंजाब बीजेपी के मुखिया सुनील जाखड़ का भी इसको लेकर बयान सामने आया था उन्होंने कहा था कि बीजेपी पंजाब में ऐसी मौजूदगी बनाने की तैयारी में है कि उसे किसी और साथी के सहारे की जरूरत न पड़े. वहीं अब एनडीए गठबंधन में शामिल होने के लिए बीजेपी की तरफ अकाली दल को अभी कोई इशारा भी नहीं किया गया है. जिससे अकाली दल एनडीए में शामिल होने पर विचार करें. लेकिन बार-बार बीजेपी की तरफ झुकाव से तो एक दफा यहीं कहा जा सकता है कि अगर अकाली दल के किसी गठबंधन में शामिल होने की बात होगी तो वो NDA में ही शामिल होगा ना कि I.N.D.I.A गठबंधन में.