पंजाब की विधानसभा में पहली बार 85 नए विधायक आए, फिर 16वीं पंजाब विधानसभा के दो सत्रों के बाद पहली बार के विधायकों को सदन की बारीकियों को समझने में मुश्किले आईं. इसलिए विधानसभा ने विभिन्न दलों के 73 प्रतिशत नवनिर्वाचित विधायकों को प्रशिक्षण देने के लिए संसदीय अनुसंधान और प्रशिक्षण संस्थान लोकतंत्र (PRIDE) लोकसभा सचिवालय के साथ करार किया है. इसमें पहली बार चुने गए 85 विधायकों को विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा दो दिनों के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी. यह ट्रेनिंग अस्थायी रूप से 31 मई से 1 जून के बीच चलेगी, जिसमें पूर्व विधायकों और सांसदों द्वारा पहली बार के विधयकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा.
बता दें कि पहली बार चुने गए 85 विधायकों में से 82 सत्तारूढ़ आप से हैं, जबकि एक-एक विधायक कांग्रेस, शिरोमणी अकाली दल और बीजेपी से हैं. विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवान ने कहा कि पहली बार विधायकों को प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए कहा जाएगा ताकि वे सीख सकें कि सदन में मुद्दों को कैसे उठाया जाता है. वह सदन के नियमों को जानें और प्रश्न उठाएं और उनका जवाब. इसके साथ ही वह सदन की मर्यादा को बनाए रखना सीखें और इसके अलावा सभापति की अनुमति लेकर सदस्यों को संबोधित करना सीखें और सदन की बहसों में भाग लें.
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विधानसभा अध्यक्ष संधवान ने कहा कि मैं चाहूंगा कि सदस्यों को बजट सत्र से पहले यह प्रशिक्षण मिल जाए. मुख्यमंत्री भगवंत मान और उनके आठ कैबिनेट मंत्री जो पहली बार विधायक बने हैं उन्हें भी ट्रेनिंग के लिए कहा जाएगा. हालांकि विधानसभा अध्यक्ष ने यह पहले ही साफ कर दिया है कि यह अनिवार्य नहीं हैं.