पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीपीसीसी) के पूर्व प्रमुख सुनील जाखड़ के लिए राहत भरी खबर सामने आई है. दलित कांग्रेस के नेता और पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) के खिलाफ जातिवादी अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप में सुनील जाखड़ के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं होगा. पंजाब पुलिस ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) को बताया है कि सुनील जाखड़ के खिलाफ इस मामले में कोई केस नहीं बनता है. द इंडियन एक्सप्रेस कि रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को पंजाब पुलिस की तरफ से जवाब सौंप दिया गया है कि इस मामले में ऐसा कुछ नहीं है जिसके आधार पर सुनील जाखड़ के खिलाफ केस दर्ज किया जा सके.
इस मामले में पंजाब पुलिस के अधिकारी ने कहा कि इस मामले में शिकायत किसी दूसरे व्यक्ति के द्वारा की गई थी और इसलिए जाखड़ के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए कोई अधिकार नहीं था. राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को कई आदलती फैसलों का हवाला दिया गया है जिसमें साफ कहा गया है कि अगर पीड़ित के अलावा कोई अन्य व्यक्ति जातिवादी टिप्पणी का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करता है तो इस केस में कोई लोकस स्टैंडी नहीं है. पंजाब पुलिस के अधिकारी ने कहा कि एनसीएससी को जवाब कानूनी राय मिलने के बाद भेजा गया है.
बता दें कि राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने जालंधर के पुलिस आयुक्त को एक विजय कुमार द्वारा 7 अप्रैल को की गई शिकायत पर एक पत्र लिखा था. जिसमें आरोपी के खिलाफ एससी/एसटी (पीओए) अधिनियम को शामिल करने के साथ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई थी. दरअसल कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ पर आरोप है कि उन्होंने पूर्व सीएम चन्नी के खिलाफ एक टीवी इंटरव्यू में जातिवादी टिप्पणी की थी.
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