पंजाब सरकार ने किया बिजली समझौता, भगवंत मान बोले- 'अब इंडस्ट्रीज को मिलेगी और भी सस्ती लाइट'
Chandigarh News: सीएम मान ने जानकारी देते हुए बताया कि 202 रुपये 53 पैसे के हिसाब से कुल 83 लाख यूनिट का रोजाना उत्पादन किया जाएगा. सस्ते रेट पर बिजली मिलने से सप्लाई में आसानी रहेगी.
Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने आज चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने सोलर एनर्जी को लेकर सतलुज जल बिजली निगम के साथ समझौता किया है. सीएम मान ने कहा कि अब पहले की सरकारों की तरह गुप्त समझौते नहीं होंगे, जनता को पता होना चाहिए कि सरकार क्या समझौते कर रही है. 1200 मेगावाट सोलर पावर बिजली का समझौता किया गया है.
इंडस्ट्री को मिलेगी सस्ती बिजली
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बताया कि इस समझौते से 431 करोड रूपयों की बचत होगी. जिससे इंडस्ट्री को भी सस्ती बिजली मिल पाएगी. राजस्थान के बीकानेर और गुजरात के भुज में जो प्रोजेक्ट है वहां से भी बिजली मिलने वाली है. इस समझौते से पीएसपीसीएल को हर साल 1700 करोड की बचत होगी. सीएम मान ने कहा कि जनता की सरकार जनता को बचाने के लिए लगातार जन हितैषी फैसले ले रही है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के द्वारा लिए गए इस फैसले से 25 सालों में 431 करोड़ रुपए की बचत होगी. हर साल के हिसाब से देखा जाए तो सवा 17 करोड़ रुपए हर साल बचत होगी. सीएम मान ने बताया कि 83 लाख यूनिट का रोजाना उत्पादन किया जाएगा. सस्ते रेट पर बिजली मिलने से सप्लाई में आसानी रहेगी. सीएम मान ने कहा कि पहले जो भी एग्रीमेंट थे उनपर काफी विवाद होते रहे है. बिजली की बैकिंग पॉलिसी भी बनाई जाएगी.
अकाली दल पर सीएम ने साधा निशाना
वही सीएम मान ने अकाली सरकार में अप्रैल 2007 से मार्च 2017 तक किए बिजली एग्रीमेंट को दिखाते हुए कहा कि इसमें जो बिजली का रेट है वो 8.74 रुपए प्रति मेगावाट. कही 8.52 रुपए प्रति यूनिट तो कही 7.67 रुपए प्रति यूनिट. सिर्फ एक जगह पर 4.82 रुपए प्रति यूनिट और 4.73 रुपए प्रति यूनिट का अनुबंध बताया गया है.
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