Punjab News: पंजाब यूनिवर्सिटी में प्रेसिडेंट पद पर जीत के बाद नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के नेता फूले नहीं समा रहे है. हर किसी में जीत का क्रेडिट लेने की होड मची हुई है. यहां तक कि इलेक्शन के इंचार्ज हुसैन सुल्तानिया तो अब राजस्थान के विधानसभा चुनाव में टिकट की दौड़ में शामिल हो गए है. यहीं नहीं कांग्रेस के सर्वे में उनको एक मजबूत कैंडिडेट भी माना जा रहा है. दूसरी तरफ पंजाब यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट जतिंदर सिंह को NSUI के छात्र नेता अलग-अलग नेताओं से मिलवाकर जीत का क्रेडिट लेने की कोशिश कर रहे है. 


जीत का क्रेडिट लेने में लगे NSUI गुट
वहीं एक यूथ कांग्रेस के पूर्व स्टेट प्रेसिडेंट तो इस जीत के बाद नेशनल यूथ प्रेसिडेंट की दौड़ में शामिल होने का प्रयास कर रहे है. वो इस मौके का पूरा फायदा उठाने के प्रयास में है. ऐसा ही कुछ हाल NSUI के अन्य गुटों का भी है. इसी कड़ी में अब पंजाब यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट जतिंदर सिंह की मुलाकात यूथ कांग्रेस के प्रेसिडेंट हरमोहिंदर सिंह लकी से भी कराई गई है. इस जीत को अलग-अलग सोशल मीडिया हैंडल्स ने अलग-अलग नेताओं को जीत का श्रेय दिया. यहीं वजह है कि एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रभारी कन्हैया कुमार का एकता का सबक सिर्फ जीत तक ही दिखाई दिया. फिर एक बार खींचतान शुरू हो गई है. 


आकाओं से मुलाकात की फिराक में NSUI गुट
हरियाणा में विधानसभा चुनाव को देखते हुए कुछ NSUI नेता रणदीप सुरजेवाला से मिलने की जुगत लगा रहे है तो वहीं कुछ हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिलना चाहते है. वहीं पंजाब के NSUI नेताओं की नजर अब राष्ट्रीय नेताओं पर है. वो राहुल गांधी से मिलना चाहते है. इलेक्शन का को-ऑर्डिनेटर रहे नेताओं को कहना है कि इस तरह का क्रेडिट वार हर इलेक्शन के बाद होता है. हालांकि राहुल गांधी से मिलने के लिए सभी नेता बराबर ही रहने वाले है. 


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