Cyber Crime: साइबर ठगों का अड्डा बना नूंह, राजस्थान से भी जुड़ा है नेटवर्क, 3 आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे
Nuh News: झारखंड के जामताड़ा के बाद हरियाणा का नूंह साइबर ठगों का अड्डा बन गया. पुलिस ने तीन साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है. उनके पास 36 मोबाइल और अन्य सामान मिला है.
Haryana News: हरियाणा का नूंह जिला साइबर अपराधियों का नया अड्डा बन गया है. इसे नया जामताड़ा भी कहा जा सकता है. यहां बैठकर साइबर अपराधी देश और दुनियाभर के लोगों को अपना निशाना बनाते हैं. जिनकी मदद करते है जिले के गांवों में रह रहे कुछ मुट्ठीभर लोग जो 5 से 50 फीसदी तक कमीशन शुल्क लेकर इन साइबर ठगों को फर्जी सिम कार्ड, फर्जी बैंक खाते, मोबाइल फोन, सोशल मीडिया वेबसाइटों पर विज्ञापन पोस्ट करने जैसी अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाते है.
पुलिस ने एक बार फिर कार्रवाई करते हुए नूंह में लोगों को चोरी के मोबाइल फोन उपलब्ध कराने के आरोप में तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है.
आरोपियों से 36 मोबाइल और 8 सिम कार्ड बरामद
पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों के कब्जे से चोरी के करीब 36 फोन और आठ सिम कार्ड बरामद किए गए हैं. पुलिस ने कहा कि आरोपियों की पहचान सरफराज, आकिब और तारिफ के रूप में हुई और तीनों ही जिले के जखोपुर गांव के निवासी हैं. पुलिस ने बताया कि तीनों को गोपनीय सूचना पर शुक्रवार की रात को गिरफ्तार किया गया.पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने ना केवल खुद साइबर अपराध किया बल्कि ऐसे अन्य जालसाजों को भी चोरी के मोबाइल उपलब्ध कराए.
राजस्थान से भी जुड़ा है नेटवर्क
पुलिस ने कहा कि तीनों राजस्थान के जुरहेड़ा, कामा और भरतपुर इलाकों से चोरी के मोबाइल फोन लाए और उन्हें अन्य साइबर अपराधियों को बेच दिया. इस मामले में आगे की जांच जारी है. अगस्त महीने में जांच के दौरान पता चला था कि साइबर क्राइम करने वाले अधिकतर युवाओं को राजस्थान के भरतपुर के जुरेहेड़ा और गामड़ी गांवों में प्रशिक्षित किया गया था. राजस्थान और हरियाणा की सीमा से लगते ये गांव साइबर अपराध प्रशिक्षण केंद्र के रूप में उभरे.
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