Haryana News: नूंह जिले में 27 अगस्त की रात 12 बजे से 29 अगस्त की रात 12 बजे तक इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं. नूंह के उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने इसकी जानकारी दी. 28 अगस्त को नूंह में फिर से निकाली जाने वाली ब्रज मंडल शोभा यात्रा को लेकर जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है. नूंह के उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने कहा कि हमने यात्रा (ब्रज मंडल शोभा यात्रा) के आयोजन से इनकार कर दिया है. फिर भी, कुछ ने कहा है कि वे यात्रा का संचालन करेंगे. हमने धारा 144 लगा दी है."


आगामी 28 अगस्त को नूंह शहर में दोबारा शोभायात्रा निकालने की हिंदू संगठनों की चेतावनी को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. जिले के सभी गजेटेड (राजपत्रित) अधिकारियों को अपना स्टेशन नहीं छोड़ने के आदेश दिए गए हैं. उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने सभी अधिकारियों की बैठक लेकर अलग-अलग इलाकों में ड्यूटी मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं ताकि इलाके में होने वाली हर हरकत पर नजर रखी जा सके.


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जिला शिक्षा अधिकारी डॉ परमजीत चहल ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन लघु सचिवालय नूंह स्थित दूसरी मंजिल पर मीटिंग हॉल में बैठक आयोजित हुई है. उन्होंने कहा कि जिले में इंटरनेट सेवा बंद है, इसलिए सभी अधिकारियों को ऐसी जगह रखा गया है. जहां सूचना का आदान-प्रदान आसानी से हो सके. कुछ देर में ही अधिकारियों को उनकी ड्यूटी मजिस्ट्रेट की लोकेशन के बारे में सूची तैयार कर बता दिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि किसी प्रकार की परमिशन यात्रा को नहीं दी जाएगी. यह पूरी तरह से तय हो चुका है, जिले की सभी सीमाओं पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट तथा सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जाएगी. किसी को भी नूंह जिले में आने की इजाजत आगामी 28 अगस्त को नहीं दी जाएगी.


कुल मिलाकर भले ही सोशल मीडिया के माध्यम से कुछ हिंदू संगठन आगामी 28 अगस्त को शोभा यात्रा निकालने की बात कह रहे हैं, लेकिन अब प्रशासन ने ऐसे लोगों से निपटने के लिए सभी रणनीति तैयार कर ली है. दो टूक शब्दों में उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा एवं अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि इलाके में हर हाल में अमन - शांति को कायम रखा जाएगा. फिलहाल किसी प्रकार की कोई यात्रा जिले में नहीं होगी. उन्होंने कहा कि अभी बैंक तथा स्कूल इत्यादि को बंद करने का कोई फैसला नहीं लिया गया है. अगर जरूरत पड़ी तो यह फैसला भी लिया जा सकता है. कुल मिलाकर छुट्टी के दिन भी अब प्रशासन के अधिकारी व सुरक्षाकर्मी पूरी तरह से जिले की हर हरकत पर नजर रखने के लिए अलर्ट हो गए हैं.