Nuh Clash: नूंह हिंसा के दौरान कैसे भीड़ ने की पत्थरबाजी-फायरिंग, ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी ने बताई आंखों देखी
Nuh Violence: पुलिस निरीक्षक पंकज कुमार ने बताया कि कैसे भीड़ ने पुलिस पर पत्थरबाजी और फायरिंग की थी. उन्होंने बताया कि भीड़ को समझाने की बार बार कोशिश की गई लेकिन वो नहीं मानें.
Haryana Clash: नूंह की हिंसा के बाद दर्ज एफआईआर पर गुरुग्राम में तैनात पुलिस निरीक्षक पंकज कुमार का बयान सामने आया है. पंकज प्रभारी अपराध शाखा सैक्टर 39 गुरुग्राम में तैनात हैं. उन्होंने बताया कि वो अपने साथियों के साथ ड्यूटी पर थे. अधिकारियों के आदेशों के अनुसार जिला नूंह में कानून व्यवस्था को लेकर ड्यूटी के लिए आये थे. अडवर चौक पर उनकी ड्यूटी लगाई गई थी.
पंकज कुमार ने बताया, "तावडू की तरफ से करीब 600 से 700 उग्र असामाजिक लोगों की भीड़ अल्लाह हू अकबर के नारे लगा रहे थे और चौक पर तैनात पुलिस बल की तरफ पथराव कर रहे थे. पुलिस बल पर पथराव किया जा रहा था. इसके अलावा भीड़ की तरफ से पुलिस बल पर अवैध हथियारों से फायर भी किया जाने लगा. मैंने और निरीक्षक अनिल कुमार ने अपने साथी कर्मचारीयों की मदद से उन लोगों को माइक के माध्यम से बार बार समझाने की कोशिश की कि आप कानून को अपने हाथ में न लें. शान्ति व्यवस्था बनाये रखे ताकि किसी व्यक्ति का जान माल का नुकसान ना हो."
इसके साथ ही उन्होंने आगे बताया, "लेकिन उग्र असामाजिक लोगों की भीड़ द्वारा पुलिस बल पर पथराव और फायरिंग निरन्तर जारी रखा गया. उसी असामाजिक लोगों द्वारा की गई फायरिंग में से एक गोली निरीक्षक अनिल कुमार के पेट में लगी जिससे वो घटना स्थल पर घायल हो गए. इस गोलीबारी और पत्थरबाजी में ASI जगबीर अपराध शाखा सैक्टर 40 गुरुग्राम भी जख्मी हो गयए. मैने और साथी कर्मचारीयो ने अपने अपनी सरकारी पिस्टलों/ AK47 से भीड़ पर काबू पाने और साथियों की सुरक्षा के लिए हवाई फायर भी किए."
पंकज कुमार ने कहा कि पुलिस पर पत्थरबाजी करने और फायरिंग करने वाले कुछ लोगों को वो सामने आपने पर पहचान सकते हैं. उन्होंने कहा कि असामाजिक लोगों ने पुलिस को चोट पहुंचाकर गंभीर अपराध किया है. उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
जो पुलिस बल पर पत्थरबाजी वा फायरिंग करने वाले कुछ लोगो को मैं अपने सामने आने पर पहचान कर सकता हूँ जो उन 600/700 उग्र असामाजिक लोगो की भीड़ ने सरकारी कार्य मे बाधा डालकर वा पुलिस बल पर जान से मारने की नियत से पथराव वा फायरिंग करके पुलिस बल को चोट मारकर एक गम्भीर अपराध किया है जो उपरोक्त 600/700 असामाजिक लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाये.