Nuh Violence Highlights: नूंह, फरीदाबाद, पलवल और गुरुग्राम के सोहना, पटौदी और मानेसर में इंटरनेट पर पाबंदी बढ़ी
Haryana Nuh Violence Highlights: नूंह हिंसा में दो होमगार्ड के जवान और चार आम नागरिक की मौत हो गई. नूंह में धारा 144 लागू है. सीएम मनोहर लाल खट्टर ने समीक्षा बैठक की. पढ़ें पल-पल की अपडेट.
LIVE

Background
Nuh Violence: हरियाणा पुलिस ने नूंह में हुई हिंसा में जान गंवाने वाले दो होमगार्ड के परिवारों को 57-57 लाख रुपये का मुआवजा देने की मंगलवार को घोषणा की.
हरियाणा में हुई हिंसा में पांच लोगों की मौत हो चुकी है. नूंह में दो होमगार्ड सहित चार लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए, जहां भीड़ ने विश्व हिंदू परिषद के जुलूस को रोकने की कोशिश की थी जबकि गुरुग्राम में एक मस्जिद में एक नायब इमाम की हत्या कर दी गई.
एक आधिकारिक बयान के अनुसार हिंसा के मद्देनजर गुरुग्राम से नूंह में तैनात किए गए होमगार्ड नीरज और गुरसेव की ड्यूटी के दौरान मौत हो गई.
बयान में कहा गया है, “हरियाणा पुलिस दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है. कोई भी राशि किसी प्रियजन को खोने से हुए नुकसान की भरपाई नहीं कर सकती, लेकिन फिर भी हरियाणा पुलिस की ओर से शोकाकुल परिवारों को 57-57 लाख रुपये और हर प्रकार की मदद प्रदान की जाएगी.”
उधर, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने हरियाणा के नूंह जिले में हाल ही में सांप्रदायिक हिंसा के दौरान पत्थरबाजी और अन्य गैर कानूनी गतिविधियों में बच्चों को कथित रूप से इस्तेमाल किए जाने को लेकर जांच की मांग की है. हरियाणा प्रशासन को लिखे एक पत्र में एनसीपीसीआर ने सोमवार को हुई हिंसा में बच्चों के कथित शोषण के संबंध में प्रशासन को तुरंत ध्यान देने और कार्रवाई करने की मांग की है.
आयोग ने पत्र में कहा, ''आयोग आपके कार्यालय से मामले पर गौर करने और घटना की जांच कराने का अनुरोध करता है. इसके अलावा इस गैरकानूनी प्रदर्शन में जिन बच्चों का प्रयोग किया गया उनकी पहचान की जानी चाहिए और अगर उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करने की जरूरत है तो उन्हें बाल सुधार समिति के समक्ष पेश किया जाना चाहिए.''
विक्षुब्ध करने वाले सोशल मीडिया पोस्ट के मद्देनजर एनसीपीसीआर ने नूंह में विश्व हिंदू परिषद के जुलूस पर हमले के दौरान पत्थरबाजी और अन्य गैर कानूनी गतिविधियों में नाबालिगों की संलिप्तता पर गंभीर चिंता व्यक्त की.
एनसीपीसीआर ने मामले पर स्वत: संज्ञान लिया और बाल अधिकारों के उल्लंघन से संबंधित समस्याओं को हल करने की महत्वता पर जोर दिया.
एनसीपीसीआर के पत्र में स्थानीय प्राधिकारियों से बच्चों के शोषण से जुड़ी इन घटनाओं की जांच कराने की मांग की गई है.
सोमवार को हुई हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई थी.
नूंह में भीड़ द्वारा विश्व हिंदू परिषद के एक जुलूस को रोकने के प्रयास में होमगार्ड के दो जवान सहित चार लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए जबकि गुरुग्राम में एक नायब इमाम की हत्या कर दी गई.
इंटरनेट पर पाबंदी बढ़ी
हरियाणा के नूंह, फरीदाबाद, पलवल और गुरुग्राम के सोहना, पटौदी और मानेसर में इंटरनेट पर लगी पाबंदी को 5 अगस्त की रात तक बढ़ाया गया. गुरुग्राम शहर में इंटरनेट सेवाएं बहाल रहेंगी.
हरियाणा के गृहमंत्री ने बनाई तीन सदस्यी कमेटी
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि नूंह की घटना में सोशल मीडिया ने अहम भूमिका निभाई है, इसलिए मैंने तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है. कमेटी 21 जुलाई से 31 जुलाई तक हर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (पोस्ट के लिए) को स्कैन करेगी. अगर किसी ने कुछ भी भड़काऊ पोस्ट किया है तो उनके खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी. यह शांति बहाल करने का समय है. मैं सभी से शांति बहाल करने का आग्रह करना चाहता हूं.
राहुल गांधी की अपील- आपसी भाईचारा बनाए रखें
राहुल गांधी ने अपने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, "देश में नफ़रत और हिंसा फैलाना, भाई को भाई से लड़ाना, कैसी देशभक्ति है? शुरुआत से कहता आ रहा हूं, देश क्रोध और नफ़रत से आगे नहीं बढ़ सकता. प्रगति के लिए भारत को शांति की ज़रूरत है. सभी भारतियों से अपील करूंगा, आपसी भाईचारा बनाए रखें - हिंसा से कुछ हासिल नहीं होगा, सिर्फ़ अपने देश का नुकसान होगा."
मोनू मानेसर ने एबीपी न्यूज़ से कहा- पुलिस बुलाएगी तो मैं जाऊंगा
एबीपी न्यूज़ से बातचीत में गोरक्षक मोनू मानेसर ने कहा कि मामन खान के समर्थकों ने तोड़फोड़ की. कुछ भी हो मेरा नाम आ जाता है. पहले विधायक मामन खान की गिरफ्तारी हो. हिंसा पर विधायक मामन खान से पूछताछ किया जाए. हिंसा उनकी सोची समझी साजिश थी. मुझे सिर्फ मोहरा बनाया गया. पुलिस बुलाएगी तो मैं चला जाऊंगा.
हरियाणा सरकार ने नूंह में आरएएफ बटालियन के लिए जमीन को मंजूरी दी
केंद्र द्वारा नूंह में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की दंगा-रोधी इकाई त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ) की एक नयी बटालियन को मंजूरी दिए जाने के लगभग पांच साल बाद, हरियाणा सरकार ने आखिरकार इसके लिए जमीन को मंजूरी दे दी. यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को दी. हरियाणा सरकार ने बटालियन के लिए जमीन की मंजूरी ऐसे समय दी है जब जिले में सांप्रदायिक झड़पें हुई हैं. सूत्रों ने बताया कि नूंह के इंद्री गांव में लगभग 50 एकड़ जमीन त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ) को सौंपने की मंजूरी इस सप्ताह की शुरुआत में मिली.
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस

