Haryana News: कांग्रेस नेताओं ने पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल को हिंसा प्रभावित नूंह का दौरा करने से रोके जाने को लेकर गुरुवार को हरियाणा सरकार पर भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए उसकी आलोचना की. कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा यहां आयोजित 'शांति सभा' को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री अजय सिंह यादव ने कहा, ‘मंगलवार को जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीड़ितों का हाल जानने के लिए नूंह जा रहे थे तो उन्हें रोक दिया गया, लेकिन कल भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता वहां गए. उन्हें एंट्री मिल गई. उनके लिए कोई नियम कानून नहीं है?'


कांग्रेस को नूंह में प्रवेश से रोका


कांग्रेस की हरियाणा इकाई के 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को मंगलवार को पुलिस ने क्षेत्र में कर्फ्यू और सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए नूंह में प्रवेश करने से रोक दिया था. वहीं, बुधवार को बीजेपी की राज्य इकाई के प्रमुख ओम प्रकाश धनखड़ के नेतृत्व में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल को प्रशासनिक अधिकारियों से मिलने और स्थिति का जायजा लेने के लिए स्थानीय पुलिस ने नूंह जाने दिया. 


आप ने भी सरकार पर खड़े किए सवाल


हरियाणा आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने भी हिंसा प्रभावित इलाकों में जाने से रोके जाने पर हरियाणा सरकार पर सवाल खड़े किए है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा- डरपोक खट्टर सरकार ने हमें सोहना के रायपुर में नूंह जाने से रोक दिया है, भारतीय जनता पार्टी के लोग नूंह जा सकते हैं बाकी अन्य पार्टियों को रोका जा रहा है, ये साफ़ दर्शाता है कि सरकार कुछ छिपाना चाह रही है. नागरिकों की सुरक्षा के लिए पुलिस नही है इस खट्टर सरकार के पास पर हम रोकने के लिए पूरी फोर्स हैं. हम पीड़ित परिवारों से मिलना चाहते हैं ताकि उन सभी का कानून व्यवस्था पर भरोसा बना रहे, मनोहर जी तो खुलेआम कह चुके हैं कि हम नागरिकों को सुरक्षा नहीं दे सकते ऐसे में किसी न किसी को तो ये ज़िम्मेदारी उठानी पड़ेगी. 


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