Protest For OPS In Haryana: हरियाणा बजट सत्र (Haryana Budget Session) से पहले ओल्ड पेंशन स्कीम (Old Pension Scheme) का मुद्दा गरमा गया है. पुरानी पेंशन योजना की मांग को लेकर राज्य के अलग-अलग विभागों के कर्मचारी की तरफ से पंचकूला (Panchkula) से चंडीगढ़ (Chandigarh) कूच किया गया. इस दौरान कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) के आवास के घेरने की कोशिश भी की. पुलिस की तरफ से प्रदर्शनकारियों पर लेकर वाटर कैनन का इस्तमाल किया गया.
यही नहीं हरियाणा के सरकारी कर्मचारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे. साथ ही इन प्रदर्शनकरियों को पंचकूला और चंडीगढ़ पुलिस ने सीमाओं पर ही रोक लिया. पेंशन बहाली संघर्ष समिति के नेता प्रवीण देशवाल ने कहा, "लगभग 70,000 कर्मचारी विरोध करने के लिए एकत्र हुए हैं. राजस्थान में पुरानी पेंशन योजना लागू कर दी गई है. यह बीजेपी सरकार कर्मचारियों से बात नहीं करती है. हम अपना शांतिपूर्ण विरोध जारी रखेंगे."
भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहले ही कर चुके हैं ये ऐलान
आपको बता दें कि 2006 के बाद हरियाणा के अलग-अलग विभागों में तैनात हुए 1.74 लाख कर्मचारी ओल्ड पेंशन स्कीम की मांग कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी कर्मचारियों का कहना है कि इस मांग को लेकर वह आरपार की लड़ाई करेंगे. वहीं इस पर राजनीति भी जारी है. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहले ही कह चुके हैं कि 2024 में राज्य में कांग्रेस की सरकार आने पर ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू किया जाएगा.
इन तीन राज्यों में ओल्ड पेंशन स्कीम की हुई बहाली
गौरतलब है कि अभी तक राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार ओल्ड पेंशन स्कीम लागू कर चुकी है. हाल ही में हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में ओपीएस बहाली को दावा करने के बाद कांग्रेस को सफलता मिली थी.
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