Punjab News: केंद्र सरकार की तरफ से 'वन नेशन, वन इलेक्शन' को लेकर बड़ा कदम उठाया गया है. इसके लिए एक कमेटी का गठन किया गया है जिसकी अध्यक्षता पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सौंपी गई है. ये कमेटी कानून के सभी पहलुओं पर विचार करके एक देश, एक चुनाव की संभावना का पता लगाएगी. जिसको लेकर अब देश में सियासी पारा हाई हो गया है. विपक्षी पार्टियां केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर है. पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने भी 'वन नेशन, वन इलेक्शन' को लेकर केंद्र सरकार को घेरा है.



‘लोकतंत्र के लिए खतरा बनी बीजेपी’
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि एक लोकतांत्रिक देश है और इसे लागू करना संभव नहीं है. यहां कई राज्य है, जिनमें अलग-अलग समय पर इलेक्शन होता है. किसी राज्य में दो साल बाद तो किसी राज्य में तीन साल बाद इलेक्शन होना है. वहां एक ही चुनाव करना देश के लोकतंत्र के लिए खतरा है. ऐसा नहीं किया जाना चाहिए. बीजेपी के जो इरादे है उनसे पता चलता है कि बीजेपी देश को बर्बाद करना चाहती है. लोकतंत्र के लिए केंद्र की बीजेपी सरकार एक बड़ा खतरा बन गई है. ऐसा नहीं होना चाहिए और ऐसा बीजेपी का कोई भी इरादा है तो उसे तुरन्त वापस किया जाना चाहिए.


‘BJP की नीति देश के लिए घातक’
वित्त मंत्री चीमा ने कहा कि बहुत सारी क्षेत्रीय पार्टियां है बहुत सारी नेशनल पार्टियां है. किसी पार्टी का आधार किसी स्टेट में है तो भाषा और एरिया बेस पर जो पार्टियां बनी है. उनको इससे बहुत बड़ा नुकसान होगा. वहीं भौगोलिक दृष्टि से जब हम हिमाचल, जम्मू-कश्मीर और आसाम की बात करते है तो भौगोलिक दृष्टि से भी देश का एक इलेक्शन करवाना मुश्किल होगा. जो अभी चल रहा है वैसे ही चलते रहने देना चाहिए. बीजेपी की ये नीति देश के लिए बहुत ही घातक सिद्ध हो सकती है. 


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