Operation Blue Star Punjab: पंजाब में ऑपरेशन ब्लू स्टार की 40वीं वर्षगांठ पर सिख समुदाय के लोगों ने अमृतसर में स्वर्ण मंदिर परिसर में नारे लगाए. प्रदर्शन के दौरान जरनैल सिंह भिंडरावाले के पोस्टर भी देखे गए. साथ ही खालिस्तान समर्थक नारे भी लगाए गए. इस दौरान शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के प्रमुख सिमरनजीत सिंह मान भी मौजूद थे.


इस बीच पंजाब में सुरक्षा बढ़ाई गई है अमृतसर के एसएसपी एसएस रंधावा सिंह ने कहा, "यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. बलों की तैनाती की गई है और बैरिकेडिंग की गई है. किसी भी अप्रिय घटना पर नजर रखी जाएगी."



खालिस्तान समर्थक आंदोलन को मिला था बढ़ावा 


देश के पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी कार्यक्राल के दौरान ऑपरेशन ब्लू स्टार को अंजाम दिया गया था. अमृतसर के गोल्डन टेम्पल में ऑपरेशन ब्लू स्टार घटना के दौरान हिंसक और धार्मिक झड़पें हुईं थीं. इस ऑपरेशन का आदेश तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने दिया था. यह ऑपरेशन 1 जून से 10 जून 1984 तक चला था. इसमें काफी संख्या में लोगों की मौत हुई थी. इस घटना के बाद पंजाब खालिस्तान समर्थक आंदोलन लंबे समय तक चले. 


ऑपरेशन ब्लू स्टार की वजह से गोल्डन टेम्पल को भी भारी नुकसान पहुंचा था. सिख समुदाय में भारी आक्रोश फैल गया था. इसके दूरगामी परिणाम आज भी महसूस किए जा रहे हैं. ऑपरेशन की कीमत तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी थी. ऑपरेशन ब्लू स्टार के चार महीने बाद इंदिरा गांधी के सिख अंगरक्षक ने उनकी हत्या कर दी थी.


जेल में बंद अमृतपाल सिंह के पास कितनी संपत्ति? पंजाब में हासिल की है सबसे बड़ी जीत