Parliament Winter Session 2023: संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर पक्ष-विपक्ष में जुबानी जंग तेज होती जा रही है. सांसदों के निलंबन को लेकर कांग्रेस बीजेपी को घेर रही है. हरियाणा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी शैलजा की भी सांसदों के निलंबन को लेकर प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि संसद की सुरक्षा में हुई चूक पर सवाल उठाना, न सिर्फ़ विपक्ष का अधिकार था बल्कि कर्तव्य भी था. इस कर्तव्य का निर्वहन करने वाले सांसदों की सदस्यता रद्द करना बीजेपी के तानाशाही रवैए को साफ प्रदर्शित करता है.


हालांकि बीजेपी की महत्वकांक्षाएं जगजाहिर हैं, लेकिन जिनके प्रश्नों का जवाब देना सरकार की जिम्मेदारी थी उनकी सदस्यता रद्द करके, भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन का प्रयास किया है.


किरण चौधरी ने भी सांसदों के निलंबन पर उठाए सवाल
वहीं हरियाणा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता किरण चौधरी ने भी एक्स पर पोस्ट कर केंद्र सरकार पर सवाल खड़े किए. लोकतंत्र की ख़ूबसूरती सबको साथ लेकर चलने में हैं, बिना विपक्ष के कैसा सदन. ये डरी हुई सरकार है जो सवाल करने पर तानाशाही करती है. संसद की सुरक्षा में चूक पर लोकसभा में सवाल करने पर 33 सांसदों को निलंबित कर दिया गया, अब तक 46 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है. इतना ही नहीं विपक्षी 34 राज्यसभा सांसदों को भी निलंबित कर दिया. क्या यही लोकतंत्र है? सरकार से जवाब नहीं बन पाया तो क्या ये हथकंडे अपनाए जाएंगे? सत्ता के मद में चूर सरकार एक बात याद रखे सदा कुछ नहीं रहता. लोकतंत्र को स्वयंतंत्र बनाना भारी पड़ेगा. 


आपको बता दें कि संसद की सुरक्षा में हुई चूक मामले को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलवार है. जिसकी वजह से संसद के दोनों सदनों में हंगामा देखने को मिला, सोमवार को 78 सांसदों को सदन से पूरे शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया. इसमें लोकसभा से 33 सांसद राज्यसभा से 45 सांसद शामिल थे.


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