Bathinda AIIMS: बठिंडा के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में अपने एक सहकर्मी की गिरफ्तारी के विरोध में गुरुवार सुबह डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने के बाद चिकित्सा सेवाएं प्रभावित हुईं. विरोध कर रहे डॉक्टरों ने कहा कि आउट पेशेंट (ओपीडी) सेवाएं निलंबित रहेंगी, लेकिन आपातकालीन जरूरतों वाले मरीजों को देखा जाएगा. हड्डी रोग विभाग के सीनियर रेजिडेंट को बुधवार (5 अप्रैल) को पुलिसकर्मियों से कहासुनी के बाद हिरासत में लिया गया था.


इस बीच, बठिंडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) गुलनीत खुराना ने कहा कि आरोपी डॉक्टर पर मंगलवार देर रात पुलिसकर्मियों पर हमला करने का आरोप लगाया गया था, जब एक दल महाराजा रणजीत सिंह पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय के पास एक लावारिस मोटरसाइकिल के मामले की जांच करने के लिए ड्यूटी पर था. आरोपी डॉक्टर वहां से गुजर रहे थे और उन्होंने पुलिस को देखकर अपनी कार रोक दी. वह नशे की हालत में थे और उन्होंने बिना किसी उकसावे के पुलिस कर्मियों पर हमला कर दिया. एसएसपी ने कहा कि उनकी मेडिकल जांच रिपोर्ट और जांच के आधार पर उचित कार्रवाई शुरू की गई है.


डॉक्टर यूनियन ने पुलिस पर लगाया आरोप


इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर खुशदीप ने बताया कि पुलिस ने डॉक्टर के साथ मारपीट की है. इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज भी किया है.यूनियन की तरफ से उनका साथ देते हुए आज ओपीडी बंद की है. उन्होंने कहा कि इमरजेंसी और पोस्टमार्टम चलते रहेंगे जब तक समस्या हल नहीं होगी ओपीडी बंद रहेगी. बठिंडा डबवाली रोड पर जाम लगाते हुए पारिवारिक मेंबरों ने बताया कि सुबह से हम दूर दर से आए हैं. परंतु हॉस्पिटल का ताला क्या गेट तक नहीं खुला है. पुलिस और डॉक्टर की बीच की लड़ाई में मरीजों को क्यों परेशान किया जा रहा है. हमारी मांग है बठिंडा प्रशासन से जल्द इस मसले का हल किया जाए.


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