Phagwara News: फगवाड़ा स्थित लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी ने एक सहायक प्रोफेसर को भगवान राम के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में बर्खास्त कर दिया है. शनिवार को सोशल मीडिया पर सहायक प्रोफेसर गुरसंग प्रीत कौर की टिप्पणी का एक कथित वीडियो सामने आया था, जिसके बाद उन्हें बर्खास्त करने की मांग की गई थी.


यूनिवर्सिटी ने बयान जारी कर ये कहा 






निजी यूनिवर्सिटी ने एक बयान में कहा, ‘‘हम समझते हैं कि सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो से कुछ लोग आहत हुए हैं, जिसमें हमारे एक फैकल्टी सदस्य को अपनी निजी राय साझा करते हुए सुना जा सकता है.’’उसने कहा, ‘‘हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि उनके द्वारा साझा किए गए विचार पूरी तरह से व्यक्तिगत हैं और विश्वविद्यालय उनमें से किसी का समर्थन नहीं करता है. हम हमेशा एक धर्मनिरपेक्ष विश्वविद्यालय रहे हैं, जहां सभी धर्मों और आस्था के लोगों के साथ प्यार और सम्मान के साथ समान व्यवहार किया जाता है. उन्हें तत्काल प्रभाव से सेवा से मुक्त कर दिया गया है. हालांकि, हमें इस पूरी घटना का गहरा खेद है.’’संपर्क करने पर विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष अमन मित्तल ने कहा कि सहायक प्रोफेसर को शनिवार को बर्खास्त कर दिया गया.


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भगवान राम का किया अपमान


बता दें कि प्रोफेसर गुरसंग प्रीत कौर ने छात्रों से बात करते हुए कहा कि रावण एक अच्छा इंसान था और भगवान राम एक बुरे इंसान थे. वीडियो में गुरसंग प्रीत कौर को यह कहते सुना जा सकता है कि राम ने सीता को फंसाने की योजना बनाई और बाद में उन सभी का दोष रावण पर डाल दिया. उनका कहना है कि रावण दिल से एक अच्छा इंसान था. राम एक अच्छे इंसान नहीं थे. गुरसंग प्रीत कौर का कहना है कि हम कैसे तय कर सकते हैं कि कौन अच्छा है और कौन बुरा?


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