मनोहर लाल खट्टर को मोदी कैबिनेट में मिली जगह, चुनावी राज्य हरियाणा से कौन-कौन बने मंत्री?
PM Modi Oath Ceremony: नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है. इस बार कई बड़े दिग्गजों को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है. मनोहर लाल खट्टर करनाल सीट से सांसद चुने गए हैं.
PM Modi Oath Taking Ceremony: नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. वहीं राव इंद्रजीत सिंह और कृष्णपाल गुर्जर ने राज्य मंत्री पद की शपथ ली.
मनोहर लाल खट्टर करनाल सीट से सांसद चुने गए हैं. खट्टर करीब 10 साल तक हरियाणा के सीएम रहे. लोकसभा चुनाव से पहले सीएम पद से इस्तीफे के बाद बीजेपी ने उन्हें उम्मीदवार बनाया.
करनाल लोकसभा सीट पर विपरीत परिस्थितियों में भी मनोहर लाल खट्टर ने कांग्रेस प्रत्याशी दिव्यांशु बुद्धिराजा को 2 लाख 32 हजार 577 वोटों के अंतर से हराया. लोकसभा चुनाव के दौरान ये कयास लगने शुरू हो गए थे, उनके जीतने के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है और आज पीएम मोदी ने चाय पर बुलाने के बाद इस की दोपहर में ही पुष्टि कर दी थी.
केंद्र में इन तीन दिग्गजों को जगह देने के पीछे भारतीय जनता पार्टी के अभी से विधानसभा चुनाव की तैयारी के रुप में देखा जा रहा है. इस साल के आखिर में हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव हैं.
लोकसभा चुनाव में हुए डैमेज की भरपाई के लिए हरियाणा से तीन मंत्रियों मोदी मंत्रिमंडल में जगह दी गई है. राव इंद्रजीत सिंह और कृष्ण पाल गुर्जर ने भी हरियाणा से मंत्री पद की शपथ ली. इनकी प्रदेश के वोटर्स के एक बड़े वर्ग पर अच्छी पकड़ मानी जाती है.
राव इंद्रजीत सिंह
गुड़गांव लोकसभा सीट से राव इंद्रजीत सिंह ने लगातार चौथी बार और कुल छठी बार सांसद निर्वाचित हुए हुए हैं. राव इंद्रजीत सिंह का शुमार गुड़गांव और हरियाणा के कद्दावर नेताओं में होती है. उन्होंने इस बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी और मशहूर बॉलीवुड एक्टर राज बब्बर को 75 हजार 79 वोटों के अंतर से हराया.
रेवाड़ी के राजघराने से ताल्लुक रखने वाले 74 वर्षीय राव इंद्रजीत सिंह कुल संपत्ति 122 करोड़ रुपये हैं. वह पिछली मोदी सरकार में राज्य मंत्री थे और उनके पास सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), योजना मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय में राज्य मंत्री रहे हैं.
साल 2009 में परिसीमन के बाद लगातार चार बार राव इंद्रजीत सिंह सांसद चुने गए हैं. इससे पहले वह चार बार विधायक भी रह चुके हैं और हरियाणा सरकार में मंत्री रहे. उन्होंने सियासी सफर की शुरुआत कांग्रेस के साथ की, हालांकि साल 2013 में उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया. राव इंद्रजीत सिंह बीजेपी के टिकट पर तीसरी लोकसभा के लिए गुड़गांव से निर्वाचित हुए हैं.
कृष्णपाल गुर्जर
कृष्णपाल गुर्जर लगातार तीसरी बार फरीदाबाद लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुए हैं. साल 1994 में बीजेपी से बतौर निगम पार्षद कृष्णपाल गुर्जर ने अपने सियासी सफर की शुरूआत की. साल 1996 में मेवला-महाराजपुर विधानसभा सीट से जीत कर वह पहली बार हरियाणा विधानसभा पहुंचे.
इस दौरान साल 1996 में कृष्णपाल गुर्जर को हरियाणा की बंसीलाल सरकार में परिवहन मंत्री बनाया गया. 67 वर्षीय कृष्णपाल गुर्जर बीजेपी के हरियाणा में एक मजबूत गुर्जर चेहरा हैं. यही वजह है कि वह प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचे. साल 2014 में कृष्णपाल गुर्जर ने पहली लोकसभा चुनाव का फरीदाबाद सीट से लड़ा और जीतकर दिल्ली पहुंचे.
मोदी मंत्रिमंडल में फिर मिली जगह
कृष्णपाल गुर्जर को मोदी सरकार और उनके बतौर सांसद के पहले कार्यकाल में मंत्रिमंडल में जगह दी गई. उन्हें केंद्र में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और शिपिंग मंत्रालय में राज्यमंत्री बनाया गया. हालांकि बाद में उनके मंत्रालय बदल दिया है. उन्हें नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल में भी मंत्रिमंडल में जगह दी गई. साल 2021 में गुर्जर को विद्युत एवं भारी उद्योग मंत्री मंत्रालय में राज्यमंत्री बनाया गया.
फरीदाबाद लोकसभा सीट से हालिया चुनाव में कृष्णपाल गुर्जर ने कांग्रेस प्रत्याशी 1 लाख 72 हजार 914 महेंद्र प्रताप सिंह को करारी शिकस्त दी. इस जीत के साथ उन्होंने लगातात जीत की हैट्रिक लगाई. विधानसभा चुनाव को देखते हुए कृष्णपाल गुर्जर हरियाणा में बीजेपी के लिए काफी अहम चेहरा हैं.