Haryana News: लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में सियासी हलचल तेज होती जा रही है. हरियाणा के लोकसभा चुनावों के बाद विधानसभा चुनाव भी होने हैं. इसलिए भी हरियाणा पर खास फोकस रखा जा रहा है. चुनावी रणनीति पर चर्चा के लिए शुक्रवार को तीसरे बार बीजेपी के प्रदेश प्रभारी बिप्लब देब, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने बैठक की. बैठक में प्रदेश में तीसरे बार बीजेपी की सरकार बनाने की रणनीति पर भी चर्चा की गई. बीजेपी हाईकमान पर हरियाणा पर क्यों खास फोकस है. इसे हम आपको तीन पॉइंट में समझाते हैं... 


2019 वाला प्रदर्शन दोहराने की चुनौती


हरियाणा बीजेपी पर 2019 लोकसभा चुनाव जैसा प्रदर्शन फिर से दोहराने की चुनौती है. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 10 की 10 सीटों पर जीत दर्ज की थी. बीजेपी हाईकमान चाहता है कि एक बार फिर हरियाणा में 2014 और 2019 की सफलता को अगले साल होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भी दोहराया जाए. इसकी वजह से हरियाणा पर खास फोकस दिया गया है.


तीसरी बार सरकार बनाने के लिए दवाब


हरियाणा बीजेपी पर तीसरी बार सरकार बनाने के लिए भी दवाब बढ़ता जा रहा है. पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी का जेजेपी का सहारा लेना पड़ा था. हरियाणा में 2014 के चुनावों में बीजेपी ने 47 सीटें जीतकर खुद अपने दम पर सरकार बनाई थी. बीजेपी हाईकमान चाहता है कि हरियाणा में एक बार फिर बीजेपी की सरकार बने इसके लिए भी हरियाणा पर खास फोकस रखा गया है.


हिमाचल में हार के बाद हरियाणा पर ज्यादा फोकस


2022 के लोकसभा चुनावों में हिमाचल में बीजेपी को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा. कांग्रेस वहां सरकार बनाने में कामयाब रही. हिमाचल में मिली हार से सबक लेते हुए बीजेपी यहीं गलती अब हरियाणा में दोहराना नहीं चाहती. इस वजह से भी हरियाणा पर खास फोकस दिया जा रहा है.


यह भी पढ़ें: One Nation One Election: वन नेशन, वन इलेक्शन को CM खट्टर ने बताया PM मोदी का सालों पुराना सपना, कही ये बड़ी बात