Punjab News: पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित द्वारा राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करने की चेतावनी देने को लेकर अब राजनीति शुरू हो गई है. शिरोमणि अकाली दल के डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर राज्यपाल के साथ टकराव कर जानबूझकर प्रदेश में संवैधानिक संकट पैदा करने का आरोप लगाया है. चीमा ने कहा है कि आम आदमी पार्टी चाहती है कि लोकसभा चुनाव के समय राष्ट्रपति शासन की घोषणा होते ही उन्हें विक्टिम कार्ड खेलना का मौका मिल जाएगा.
‘केजरीवाल पर CM मान को गुमराह करने का आरोप’
अकाली नेता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि दिल्ली सेवा अधिनियम को लेकर आप ने खुद को पीड़ित के रूप में पेश किया. लेकिन इसके बाद भी जब सफलता नहीं मिली तो अब केजरीवाल पंजाब सीएम भगवंत मान को गुहराह करने में लगे है. चीमा ने कहा कि सरकार बर्खास्त होने की स्थिति में राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक लाभ लेने के मकसद से काम किया जा रहा है. ये पंजाब के जनादेश के साथ विश्वासघात है वो अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे है. ऐसी पार्टी पर जनता फिर भरोसा नहीं करने वाली है.
‘नशा तस्करों को संरक्षण दे रही सरकार’
अकाली नेता चीमा ने कहा कि प्रदेश में शासन पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है. आम आदमी पार्टी की सरकार नशा तस्करों के साथ मिली हुई है और उनको संरक्षण दे रही है. चीमा ने आप के मंत्रियों विधायकों पर भी ड्रग माफिया को संरक्षण देने का आरोप लगाया है. ड्रग सरगनाओं के खिलाफ कार्रवाई करना लोंगो के हित में है ऐसे में सीएम मान को राज्यपाल को ड्रग माफिया पर क्या कार्रवाई की जा रही है उसको लेकर भी रिपोर्टट सौंपनी चाहिए. चीमा ने कहा कि राज्यपाल की तरफ से पंजाब में बड़े पैमाने पर उपलब्धता को लेकर कई एजेंसियों की रिपोर्टों का हवाला दिया है. लेकिन सीएम मामले पर चुप्पी क्यों साधे हुए है.
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