Haryana Pollution: दिवाली के बाद धुआं-धुआं हरियाणा, AQI मीटर में जहरीली हवा का बोल-बाला, जानें आपके शहर का क्या है हाल
Air Pollution In Haryana: हरियाणा के शहरों में प्रदूषण का स्तर एक बार फिर बढ़ा नजर आ रहा है. दिवाली पर हुई आतिशबाजी और खेतों में पराली जलाने की घटनाओं के बाद प्रदूषण बढ़ गया है.
Haryana News: हरियाणा में पिछले दिनों हुई बारिश के बाद प्रदूषण के स्तर में काफी हद तक राहत मिली थी. लेकिन एक बार फिर अब प्रदूषण का जहर घुला हुआ नजर आ रहा है. दिवाली पर हुई आतिशबाजी के बाद प्रदेश के हालात फिर बिगड़े हुए हैं. इसके साथ ही प्रदेश में पराली जलाने की घटनाएं भी सामने आई हैं. प्रदेश के अधिकांश शहरों में हवा की गुणवत्ता में गिरावट दर्ज की गई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, प्रदेश के शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खराब से बहुत खराब दर्ज किया गया.
हरियाणा के शहरों में कितना पहुचा AQI
हरियाणा के शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) की अगर बात करें तो रोहतक में AQI 383, फरीदाबाद में AQI 370, कैथल में AQI 361, गुरुग्राम में AQI 349, जींद में AQI 344, धारूहेड़ा में AQI 343, मानेसर में AQI 328, फतेहाबाद में AQI 322, पानीपत में AQI 311, कुरूक्षेत्र में AQI 307, हिसार में AQI 303 दर्ज किया गया. इसके अलावा बहादुरगढ़ में AQI 281, भिवानी में AQI 279, यमुनानगर में AQI 259, सोनीपत में AQI 254, करनाल में AQI 251, सिरसा में AQI 246, चरखी दादरी में AQI 102, अंबाला में AQI 112 दर्ज किया गया.
44 पराली जलाने घटनाएं भी आईं सामने
HARSAC ने खेत में पराली जलाने की 44 घटनाएं दर्ज की. इसके साथ ही प्रदेश में खेत में आग लगाने की अब तक 1,857 दर्ज हो चुकी हैं. जिसमें फतेहाबाद जिला 423 मामलों के साथ पहले स्थान पर है. तो वहीं जींद में 275, कैथल में 250, अंबाला में 184, कुरूक्षेत्र में 151, करनाल में 112, यमुनानगर में 86, हिसार में 84, सोनीपत में 64, पलवल में 57 रोहतक में 33 पानीपत में 20, झज्जर में 13 फरीदाबाद में 4, भिवानी में 3 और पंचकूला में 1 खेत में आग लगाने के मामले सामने आ चुके है.
लोगों की बढ़ने लगी परेशानी
प्रदेश के कई शहरों में पटाखों पर प्रतिबंध के बावजूद पटाखे जमकर फोड़े गए. कई जगह पटाखें खुलेआम बेचे गए. बढ़ते प्रदूषण की वजह से अस्थमा, हृदय रोगियों पर बुरा प्रभाव पड़ा. लोगों को सांस लेने संबंधी और आंखों में जलन और गले में खराश की दिक्कत आने लगी है.
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